जयपुर. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच गठजोड़ का आरोप लगाने वाले हनुमान बेनीवाल को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भाषा के संयम ना खोने की नसीहत दी है. कटारिया ने यह भी कहा कि बेनीवाल वन मैन पार्टी है चाहे जो बोले और करें, लेकिन हाल ही में हुए चुनाव में जनता ने उन्हें आईना दिखा दिया है.
कटारिया ने कहा कि हनुमान बेनीवाल को देखना चाहिए कि 1775 पार्षदों के चुनाव में आरएलपी का एक ही पार्षद जीता. पंचायत समिति और जिला परिषद के चुनाव में भी जिला परिषद की करीब 630 सीटों में आरएलपी को कितनी सफलता मिल पाई यह भी सबके सामने हैं. कटारिया ने कहा कि नागौर तो हनुमान बेनीवाल का ही लोकसभा क्षेत्र था, लेकिन वहां पर भी भाजपा का जिला प्रमुख बना है.
नेता प्रतिपक्ष के अनुसार आरएलपी और बीजेपी का गठबंधन है और भाजपा के सहयोग से ही नागौर से बेनीवाल लोकसभा में पहुंचे. लेकिन इस गठबंधन की आड़ में बार-बार वसुंधरा राजे को कोसना कतई उचित नहीं है. कटारिया ने कहा कि वसुंधरा राजे के कार्यकाल में जो विकास कार्य हुए और राजस्थान के लिए मापदंड बन गए हैं और जो ऐतिहासिक फैसले लिए गए, उन्हें भुलाया नहीं जा सकता.
'सांसद हनुमान बेनीवाल स्वतंत्र आदमी हैं'
हनुमान बेनीवाल की ओर से वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत के गठबंधन के खुलासे के लिए नार्को टेस्ट की मांग पर कटारिया ने कहा कि हनुमान बेनीवाल स्वतंत्र आदमी हैं. वह कुछ भी बोल सकते हैं, लेकिन हमें कुछ भी बोलने से पहले पार्टी में पूछना पड़ता है और विचार-विमर्श भी करना पड़ता है. क्योंकि हमारे बोलने से लाखों-करोड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा खड़ी की गई पार्टी पर कोई दाग ना लगे यह भी सोचना पड़ता है. बेनीवाल उनकी पार्टी के सर्वे सर्वा हैं और वह कुछ भी बोल सकते हैं.
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गहलोत-वसुंधरा के गठजोड़ की सच्चाई जनहित में मजबूती से सामने आना आवश्यक है इसलिए पीएम श्री @narendramodi व गृह मंत्री श्री @AmitShah से इन दोनों के नार्को टेस्ट की मांग करता हुँ !#22_साल_बदहाल #गहलोत_वसुंधरा_गठजोड़
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— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) December 18, 2020
कटारिया ने कहा कि मैंने पहले भी बेनीवाल से कहा था कि भाषा का संयम जरूर रखें क्योंकि यदि अपनी सफलता में भाषा का संयम खो देंगे तो फिर लोकतंत्र में जनता को भी इस पर विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. कटारिया ने कहा कि जनता ही हमें बनाती भी है और धराशाई भी करती है. मैंने अपने जीवन में अच्छे-अच्छे को भाषा का संयम होने के चलते धराशाई होते देखा है.
गौरतलब है कि हनुमान बेनीवाल ने शुक्रवार को ट्वीट के जरिए एक बार फिर वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत के गठबंधन होने का आरोप लगाया था. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दोनों के नार्को टेस्ट की मांग भी की थी.
गहलोत से कटारिया ने मांगा जवाब...
शुक्रवार को सरकार के 2 साल के कार्यकाल पूरा होने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से किए गए 11,230 करोड़ के 1374 कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण कार्यक्रम पर भी नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सवाल उठाए हैं. कटारिया ने मुख्यमंत्री से पूछा है कि कम से कम सरकार यह साफ कर दें कि जो लोकार्पण किए गए हैं, उनमें से कितने काम पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत होकर शुरू हुए थे. कटारिया ने आरोप लगाया कि जो काम का लोकार्पण हुआ है, उनमें से अधिकतर पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही स्वीकृत किए गए थे.