जयपुर. राजस्थान भाजपा में वल्लभनगर और धरियावद विधानसभा उपचुनाव में हुई करारी हार का असर दिखने लगा है. उपचुनाव में हार के बाद अब पार्टी उन नेताओं से भी संपर्क साध रही है, जो पार्टी में रहकर भी पार्टी से दूर है या फिर कहे संगठनात्मक रूप से उनकी सक्रियता ज्यादा नहीं है. प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने शुक्रवार रात पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल, वरिष्ठ विधायक कालीचरण सराफ से मुलाकात की. अरुण सिंह ने शनिवार सुबह भाजपा के वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी से उनके निवास पर मुलाकात की.
अरुण सिंह अपने प्रवास के दौरान शनिवार सुबह श्याम नगर स्थित पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी के निवास पहुंचे और करीब आधे घंटे तक उनसे मुलाकात की. इस दौरान अरुण सिंह ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली. साथ ही प्रदेश के मौजूदा सियासी घटनाक्रम को लेकर चर्चा भी की.
घनश्याम तिवाड़ी पिछले विधानसभा चुनाव में अपने राजनीतिक दल दीनदयाल वाहिनी के बैनर तले चुनाव लड़े थे. लेकिन उसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे. करीब 1 साल पहले भाजपा में शामिल में घर वापसी हो गई थी. हालांकि भाजपा में घर वापसी के बाद से ही घनश्याम तिवाड़ी की पार्टी के भीतर ज्यादा सक्रियता नजर नहीं आए. और इक्का-दुक्का कार्यक्रमों में ही वे भाजपा मुख्यालय में नजर आए.
पीएम मोदी ने दिए थे संवाद करने के निर्देश
पिछले दिनों हुई भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि पार्टी के नेता जनसंघ के समय से जुड़े वरिष्ठ नेताओं से भी लगातार संवाद रखें और व्यक्तिगत बहुत कर बातचीत भी करें. ताकि उनके अनुभव का लाभ पार्टी को मिल सके. इसी निर्देश के चलते अरुण सिंह ने जयपुर प्रवास के दौरान कैलाश मेघवाल और फिर अब घनश्याम तिवारी के निवास पहुंचकर उनसे संवाद स्थापित किया.