जयपुर. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की किसान रैली के दौरान सचिन पायलट की खाट टूटने के मामले को लेकर बीजेपी हमलावर हो गई है. बीजेपी ने सवाल खड़ा किया कि आखिर सचिन पायलट को कमजोर खाट पर क्यों बैठाया गया? इसकी जांच होनी चाहिए.
बीजेपी विधायक और प्रवक्ता राम लाल शर्मा ने कहा कि आखिर यह बताया जाए कि सचिन पायलट को कमजोर खाट पर बिठाकर शारीरिक प्रताड़ना देने के पीछे क्या वजह थी? पहले सचिन पायलट को मानसिक प्रताड़ना दी गई और अब कमजोर खाट पर बिठा कर उन्हें शारीरिक प्रताड़ना के पीछे की वजह क्या है, इसकी जांच होनी चाहिए. रामलाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की किसान सभा में लोगों को गुमराह करने के लिए वहां पर मंच पर खाट लगाई गई, मंच पर राहुल गांधी के लिए जो खाट लगाई गई थी वो मजबूत थी. मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष की खाट भी मजबूत थी, लेकिन कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के लिए जो खाट लगाई गई वह कमजोर थी, जो टूट गई. कमजोर खाट पर जानबूझकर सचिन पायलट को बिठा कर उन्हें शारीरिक प्रताड़ना देने की कोशिश की गई है, इसकी जांच होनी चाहिए.
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रामलाल शर्मा ने कहा कि पहले भी सचिन पायलट को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता रहा है और अब शारीरिक प्रताड़ना की जा रही है, इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. रामलला शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए जनसभा की गई, उसमें लोगों की भीड़ जमा नहीं हुई. किसान वहां पर नहीं पहुंचे, जिसकी वजह से उन्हें 2 घंटे अपनी सभा को देरी से शुरू करना पड़ा. सभा में किसानों की कम संख्या दर्शाती है कि किस तरीके से राजस्थान और देश के किसानों को कांग्रेस के झूंठे बहकावे में नहीं आ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि किसानों को अच्छी तरह पता है कि केंद्र की मोदी सरकार किस तरह से उनके लिए और उनके हितों की रक्षा करने के लिए कानून लेकर आई है. किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिले इसके लिए एमएसपी तय की गई. किसानों को समृद्ध और मजबूत करने के लिए मोदी सरकार लगातार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस ने 70 साल लगातार राज किया हो, लेकिन किसानों के हितों को लेकर कोई निर्णय नहीं किए, आज भी किसान कर्ज में डूबा हुआ है, उस कांग्रेस को किसानों के लिए बोलने का कोई भी हक नहीं है.