जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को सदन की कार्यवाही के दौरान कोरोना वैक्सीनेशन के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ. राजस्थान में कोरोना वैक्सीन की डोज कम पड़ने को लेकर सरकार की ओर से लगाए गए आरोप के बाद भाजपा भड़क गई. भाजपा विधायकों ने इस मुद्दे पर जमकर हंगामा करने के साथ ही सदन से वाक ऑउट कर गए. वहीं, इससे पहले सदन में सरकार के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के बीच तीखी बहस भी हो गई.
पढ़ें- राजस्थान विधानसभा: अनुदान मांगों पर बहस के दौरान कांग्रेस विधायकों ने उठाए ये मुद्दे
सदन में बोलते हुए चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि समाचार पत्रों में आई कि 25 फरवरी को भारत सरकार ने मीडिया ब्रीफिंग कर ऐसे चार राज्यों के बारे में बताया जहां 75 प्रतिशत से अधिक हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीनेट किया जा चुका है. इसमें राजस्थान पहले नंबर है. देश में 10 लाख से ज्यादा 70 साल से ऊपर की कैटेगरी के लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है. पिछले सप्ताह तक राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 20 लाख से ज्यादा टीकाकरण हो चुके हैं.
मंत्री ने कहा कि 8 मार्च तक भारत सरकार ने हमको 31 लाख 45 हज़ार 340 डोज दी थी. इसमें से 2 लाख 15 हज़ार 180 डोज राजस्थान सरकार ने आर्मी को दे दी. इसके बाद हमारे पास 24 लाख 89 हज़ार 863 डोज बची. इसे वैक्सीन के तौर पर उपयोग किया गया. शेष बची 4 लाख 40 हज़ार 297 वैक्सीन जो जिलों में उपलब्ध है. मंत्री ने कहा कि पीएचसी से लेकर सीएचसी समेत सभी अस्पतालों में वैक्सीनेशन का काम चल रहा है. वैक्सीन को लेकर हमने शानदार व्यवस्था की है.
रघु शर्मा ने कहा कि अगर बफर स्टॉक हमको भारत सरकार दे तो हमारे पास स्टोरेज की पूरी सुविधा है. जितनी वैक्सीन केंद्र हमे देगा उतनी वैक्सीन लगाने में राजस्थान सक्षम है. उन्होंने कहा कि जब राजस्थान में 4 लाख 40 हजार वैक्सीन बची और हर दिन दो लाख से अधिक वैक्सीनेशन होता है तो आगे के लिए चिंता हुई. इस पर मैंने नीति आयोग के सदस्य से बात की. इसके बाद हमारे मुख्य सचिव ने कैबिनेट सेक्रेटरी को चिट्ठी लिखी. इसके बाद मैने चिट्ठी लिखी और स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन से बात की.
मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि हमारी चिंता जायज थी. जहां हमारा वैक्सीनेशन प्रोग्राम सबसे ऊपर चल रहा है. वहीं, कल को विपक्ष के लोग कह देते कि हम वैक्सीनेशन में फिसड्डी हो गए. रघु शर्मा ने कहा कि हम फिसड्डी हमारे कारण से नहीं हैं. केंद्र हमें जितना वैक्सीन देगा, उसे लगाने की क्षमता राजस्थान में है. लेकिन केंद्र वैक्सीन देगी तभी तो लगाएंगे. उन्होंने कहा कि 9 मार्च को 85000 और आज 6 लाख 78 हज़ार वैक्सीन प्राप्त होने की सूचना है.
राठौड़ बोले वैक्सीन मिल गई तो राजनीति क्यों...
सदन में बोलते हुए राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि आपको जब वैक्सीन मिल गई तो फिर आपने प्रदेश में पैनिक क्यों फैलाया. उन्होंने कहा कि राजस्थान में इन्होंने पैनिक फैला दिया और केंद्र सरकार पर आरोप लगा दिया कि केंद्र सरकार ने कहा है कि वैक्सीनेशन का काम धीमा करो. जिससे सदन में हंगामा हो गया. इस पर रघु शर्मा ने कहा कि सदन में मैं पूरी जिम्मेदारी से कह रहा हूं कि हम दो लाख से ज्यादा वैक्सीनेशन रोज कर रहे हैं. फिर जब हमारे पास 4 लाख 40 हज़ार वैक्सीन रह जाएगी तो यह कितने दिन चलेगी.
इस पर सदन में दोबारा हंगामा हो गया. राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि आपने यह कैसे कहा कि केंद्र सरकार ने कहा है कि अब वैक्सीनेशन का काम धीमा करो, बंद करो. इस पर मंत्री रघु शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि इससे भी बुरी बात सुन लो कि सेकंड डोज की वैक्सीन नहीं बची थी. इसी वैक्सीन से हमने सेकंड डोज का वैक्सीनेशन शुरू कर दिया. इस बयान के बाद सदन में हंगामा होने लगा.
उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि अगर यह बात है कि सेकंड डोज से लोग वंचित रह गए हैं तो फिर इससे बड़ा गुनाह नहीं हो सकता. सेकंड वैक्सीनेशन जिनको लगानी थी वह समय पर नहीं लगाई गई. यह प्रबंधन नहीं पाए अब यहां केवल डींग हांक रहे हैं . इस पर रघु शर्मा ने कहा कि उप नेता प्रतिपक्ष ने जो बात मेरे लिए कही है वह इन पर लागू होती है. यह अपना कद बढ़ाना चाहते हैं. उप नेता प्रतिपक्ष दुखी हैं क्योंकि यह 7 बार चुनाव जीत गए. उसके बाद भी इनकी पार्टी इन को एक लेवल पर ही रखती है, इससे आगे बढ़ने नहीं देती है. इसलिए यह टोका टोकी करते हैं.
रघु शर्मा ने कहा कि हम सदन के माध्यम से भारत सरकार से निवेदन करना चाहते हैं हम राजनीति नहीं चाहते. हमारा मकसद यह है कि राजस्थान में जिस गति से वैक्सीनेशन का काम टॉप पर चल रहा है, वह टॉप पर ही चलता रहे. हमारे पास सारी व्यवस्थाएं मौजूद हैं. हमें केवल बफर स्टॉक दे दो. कम से कम 7 दिन का ही दे दो.जबकि यह टुकड़ों में दे रहे हैं.
इस पर नेता प्रतिपक्ष खड़े हुए तो राजेंद्र पारीक ने कहा कि यह स्पष्ट निर्देश थे कि जब आप बोल रहे थे तो इधर से कोई बीच में नहीं बोलेगा. उधर से कोई बोलेगा तो इधर से कोई बीच में नही बोलेगा. इस पर सदन में हंगामा होता रहा. नेता प्रतिपक्ष ने सभापति से कहा मैंने आपसे परमिशन मांगी है मैंने टोका टोकी नहीं की.
इसे राजनीति के दंगल में मत डालो
सदन में रघु शर्मा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि आप लोगों ने आज वक्तव्य दिए हैं उनको तो मुझे रिप्लाई करना ही पड़ेगा. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिस बीमारी से पूरा देश लड़ रहा है. उसे राजनीति के दंगल में मत डालो. आपने अपनी तरफ से उनको लिखा कि हमारी डोज खत्म हो गई है तो उन्होंने वैक्सीन भेज दी. अब इसको लेकर भी राजनीति करने की मंशा है या समस्या का समाधान करना चाहते हो. इस तरीके की बात करना ना तो प्रदेश के हित में है ,न देश के हित में. एक दूसरे का सहयोग करे हम उनको बता रहे हैं तो वह हमारी पूर्ति कर रहे हैं.
इस पर रघु शर्मा ने कहा कि मैं राजनीति नहीं करना चाहता मैं नेता प्रतिपक्ष को यह कहना चाहता हूं कि जब हमने कल बात की तो भारत सरकार ने विज्ञप्ति जारी करवाई कि राजस्थान सरकार के पास 37 लाख वैक्सीन है. यह फिगर कहां से आया. चिकित्सा मंत्री ने कहा कि हम राजनीति नहीं करना चाहते हैं राजनीति तो केंद्र करना चाहता है.
कटारिया और रघु शर्मा में हुई बहस के बाद भाजपा का वाक ऑउट
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि आपको जो करना है वह करो, इससे अगर प्रदेश का भला होता है तो ऐसी बात करो. इस पर रघु शर्मा ने कटारिया को कहा कि क्या आप देश में बुरा करवाने की धमकी दे रहे हो. इसके बाद रघु शर्मा और गुलाबचंद कटारिया में बहस हो गईऔर नेता प्रतिपक्ष ने तैश में आकर कहा कि क्या यह बहस का विषय है.
इस पर विधानसभा के भाजपा के सदस्य खड़े हो गए और जबरदस्त हंगामा हुआ. इसके बाद राजस्थान विधानसभा से भाजपा के विधायकों ने सदन से वाकआउट कर दिया. इस पर कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों ने कहा कि भाजपा सच्चाई नहीं सुनना चाहती इसीलिए बहिर्गमन कर रहे हैं. रघु शर्मा ने वॉक आउट कर रहे भाजपा के सदस्यों से कहा कि यह राजस्थान की जनता आपको माफ नहीं करेगी.