जयपुर. नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कमलेश प्रजापत एनकाउंटर को फर्जी करार देते हुए प्रधानमंत्री को खत में लिखा है कि राजस्थान सरकार के एक मंत्री और उसके परिजनों का नाम एनकांउटर करवाने में सामने आ रहा है. ऐसे में राज्य सरकार की कोई एजेंसी ऐसे मामले में निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती. सवाल यही है कि प्रदेश के किस मंत्री पर बेनीवाल को शक है.
बेनीवाल ने यह भी लिखा कि सीबीआई प्रधानमंत्री कार्यालय के अधीन है. ऐसे में सीबीआई जांच की स्वीकृति को लेकर प्रजापत समाज के साथ सर्व समाज को प्रधानमंत्री से अपेक्षाएं हैं.
बेनीवाल ने कहा मृतक कमलेश का परिवार न्याय की उम्मीद को लेकर लंबे समय से आंदोलित है. ऐसे में सीबीआई जांच स्वीकृत करने की मांग को लेकर पीएम को पत्र लिखा है. जरूरत पड़ी तो आगामी लोक सभा सत्र में भी मामले को उठाया जाएगा.
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बेनीवाल ने प्रधानमंत्री को खत लिखने से पहले कुम्हार महासभा के प्रदेश अध्यक्ष किशोर दुल्हेपुरा से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि एनकाउंटर के वीडियो फुटेज देखने के बाद ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मामला पूरी तरह फर्जी है.
ये है मामला
बाड़मेर में इसी साल 22 अप्रैल को पुलिस ने कमलेश प्रजापत का एनकाउंटर किया था. बताया गया कि कमलेश ने पुलिस पर फायरिंग की और पुलिस कांस्टेबल पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया. इसी दौरान पुलिस ने उसे ढेर कर दिया. कमलेश प्रजापत पर तस्करी समेत कई मामले दर्ज थे. पाली में थानेदार पर गाड़ी चढ़ाने का आरोप भी कमलेश पर था. इसके अलावा अवैध हथियार और डोडा पोस्त की तस्करी को लेकर भी उस पर आरोप थे. बाड़मेर पुलिस को सूचना मिली कि कमलेश सदर थाने के पीछे एक मकान में है. पुलिस टीम ने रात को मकान चारों तरफ से घेर लिया. पुलिस ने दावा किया तस्कर ने फायरिंग की, जवाब ने पुलिस ने गोली चलाई. जिसमें कमलेश की मौत हो गई.
एनकाउंटर के फुटेज पर उठे सवाल
एनकाउंटर पर कांग्रेस विधायक मदन प्रजापत ने सवाल उठाए थे और सीबीआई जांच की मांग की थी. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने इस एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की. एनकाउंटर के वीडियो फुटेज सामने आने के बाद एनकाउंटर फर्जी होने का शक गहरा गया. राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को कहना पड़ा कि मामले की न्यायिक जांच शुरू हो गई है, दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.