जयपुर. प्रदेश में अब कुसुम ए योजना (Kusum A Scheme In Rajasthan) को और पंख लग सकेंगे. लोन को लेकर आ रही व्यावहारिक दिक्कत को दूर कर लिया गया है. अब योजना में बैंकों से बिना कोलेटरल सिक्योरिटी के लोन (Collateral Security in Kusum Scheme) मिल सकेगा. ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और अक्षय ऊर्जा निगम के चेयरमैन डॉक्टर सुबोध अग्रवाल के साथ हुई बैंक प्रतिनिधियों की बैठक में कई बैंकों ने इस पर सहमति जता दी है.
केनरा और एयू बैंक ने भरी हामी
खास तौर पर केनरा बैंक और एयू बैंक ने इस पर सहमति जताई और आवेदन लेना भी शुरू कर दिया है. वहीं अन्य बैंकों ने भी सैद्धांतिक सहमति जताई है और माना जा रहा है कि इन बैंकों में भी अब बिना कोलेटरल सिक्योरिटी के लोन मिल सकेगा. बैठक में बैंक प्रतिनिधियों के साथ ही अक्षय ऊर्जा डिस्कॉम से जुड़े भी अधिकारी मौजूद रहे. वहीं अन्य बाधाएं योजना से दूर हो सके, इसके लिए हॉर्टिकल्चर निदेशक ने भी आश्वासन दिया.
12 में से 11 कुसुम ए प्रदेश के पास
यहां आपको बता दें कि पूरे देश भर में कुसुम (ए) योजना (Kusum A Scheme In Rajasthan) में अब तक 12 प्रोजेक्ट लगे हैं. जिसमें से 11 प्रोजेक्ट अकेले राजस्थान में लगे हैं. इस योजना के लिए करीब 600 आवेदन आए. लेकिन बैंकों ने कोलेटरल सिक्योरिटी (Collateral Security in Kusum Scheme) के बिना लोन न देने का फैसला किया. जिससे आवेदन के तहत योजना में काम आगे नहीं बढ़ पाया. इसे लेकर असमंजस की स्थिति थी.
प्रदेश सरकार ने केन्द्र से लगाई थी गुहार
चूंकि प्रधानमंत्री कुसुम योजना, (Rajasthan In Pradhanmantri Kaushal Yojna) केन्द्र की योजना है इसलिए आवेदकों की समस्याओं को लेकर स्टेट ने केन्द्र को अवगत कराया. लोन को लेकर संशोधन की डिमांड की. अब राज्य का ये तर्क है कि वहां से (केन्द्र से) कोई ठोस या संतोषप्रद जवाब नहीं मिला तो इन्होंने अपने स्तर पर बैंकों से बात की. अब बैंकों ने राज्य की मजबूरियां और दिक्कतों को समझा है और अपनी नीति में कुछ संशोधन किया है. इसके बाद योजना के लिए लोन भी मिल पाएगा.
क्या है कुसुम योजना
कुसुम योजना के तहत बंजर और बेकार पड़ी भूमि पर सौर ऊर्जा प्लांट लगाकर सस्ती बिजली उत्पादन किया जा सकता है. यह बिजली एक निश्चित दर पर डिस्कॉम खरीदती है. राजस्थान में बंजर भूमि पर सौर ऊर्जा के जरिए कमाई करने का यह बेहतर विकल्प है. लिहाजा काफी संख्या में इस योजना के तहत आवेदन भी आ रहे हैं.