जयपुर. लम्पी रोग से गौवंश को बचाने के लिए जहां सरकार के स्तर पर प्रयास हो रहे हैं, वहीं अब इस महामारी में सामाजिक संगठन भी एक बार फिर कोरोना काल की तरह खुलकर सहायता करने के लिए सामने आ रहे हैं. जयपुर में मित्राय बी ह्यूमन इंडिया फाउंडेशन की ओर से गौवंश को बचाने के लिए आयुर्वेदिक औषधि युक्त 50,000 लड्डू हर दिन तैयार किए जा रहे (Ayurvedic laddu to increase immunity power in cows) हैं. इस कार्य में न केवल मित्राय फाउंडेशन के लोग बल्कि आम महिला, पुरुष, युवा, बुजुर्ग भी बढ़-चढ़कर अपना योगदान दे रहे हैं.
15 दिन से चल रही गौ माता रसोई: राजस्थान में लम्पी स्कीन डिजीज रोग की वजह से अब तक हजारों की संख्या में गौवंश की मौत हो चुकी है. जबकि लाखों की संख्या में गौवंश इस वायरस की चपेट में है. राजस्थान के लगभग सभी जिलों में पैर पसार चुकी इस लम्पी स्कीन डिजीज रोग से गौवंश को बचाने के लिए जयपुर के मित्राय बी ह्यूमन इंडिया फाउंडेशन के तत्वावधान में निशुल्क ठाकुर गौमाता भोग रसोई चलाई जा रही है. 13 सितंबर से प्रारंभ हुई ये रसोई आज तक जारी है. इस रसोई का रोजाना 48 से 50 हजार आयुर्वेदिक औषधियों से युक्त लड्डू लंपी रोग से ग्रसित गौमाता के लिए बनाये जा रहे हैं.
पढ़ें: लंपी ग्रस्त गायों को मौत के मुंह में जाने से बचा रही 2 रुपये की दवाई, भरतपुर में Out of Stock
8 हलवाई और 50 वालंंटियर साथ जुड़े: मित्राय बी ह्यूमन इंडिया फाउंडेशन ने लम्पी स्कीन डिजीज रोग से गौवंश को बचाने के लिए रसोई शुरू की तो इसमें हर दिन लोग जुड़ते गए. फाउंडेशन से जुड़े रश्मि शर्मा ने बताया कि रसोई में हर दिन 48 से 50 हजार आयुर्वेद औषधि युक्त लड्डू तैयार किए जा रहे हैं. इन आयुर्वेद औषधि युक्त लड्डू को बनाने के लिए 8 हलवाई और 50 से अधिक वालंटियर के साथ-साथ सामाजिक और अन्य संगठन भी जुड़े हैं. स्कूल के बच्चे यहां लड्डू बनाने के लिए सहयोग करते हैं.
19 से ज्यादा जड़ी-बूटी से तैयार होते हैं लड्डू: फाउंडेशन से जुड़े ताराचंद पारीक बताते हैं लड्डू को तैयार करने के लिए 19 से ज्यादा आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग किया जा रहा है. इसमें हल्दी, गुड़, सौंठ, काली मिर्च, लौंग, गिलोय, दालचीनी, तुलसी, काला जीरा, मुलेठी, अजवायन, दाना मैथी, सनाय पत्ती, जौ का आटा, गेंहू का आटा, आंवला, घी, पान के पत्ते, धनिया सहित अन्य सामग्री से ये लड्डू तैयार किये जा रहे हैं. इन्होंने बताया कि औषधियों से बने लड्डू के सेवन से गौमाता में इम्यूनिटी पावर बढ़ती है. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से गायों में जो रोग फैला हुआ है, वह तेजी से खत्म होता है. यह आयुर्वेदिक लड्डू एक तरह से वैक्सीन का काम कर रहे हैं.
साढ़े 6 लाख से ज्यादा बने लड्डू: फाउंडेशन के डॉ विनीत शर्मा बताते हैं कि मित्राय बी ह्यूमन इंडिया फाउंडेशन कोरोना काल में जब संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ रहा था, तब राशन सामग्री, भोजन, दवाइयों से लोगों की मदद की थी. अब जब गौमाता पर यह संकट आया है तो उसके लिए भी फाउंडेशन पूरी तत्परता के साथ खड़ा है. 23 तारीख से हम लगातार गायों के लिए आयुर्वेदिक औषधि युक्त लड्डू तैयार कर रहे हैं. यह लड्डू जयपुर के साथ-साथ राजस्थान के अन्य जिलों में भी जा रहे हैं. धीरे-धीरे अब इनकी डिमांड अन्य राज्यों से भी आने लगी है. अभी तक 6 लाख से ज्यादा लड्डू बने हैं.
पढ़ें: Lumpy disease: शीतला मंदिर में भरा 'लंपी रोग' के लिए मेला, गोवंशों को आपदा से बचाने की मांगी मन्नत
हाल ही में एक लाख लड्डू मथुरा-वृंदावन भेजे गए हैं, जहां से भी गौशालाओं से या अन्य जगह से लड्डू की डिमांड आ रही है. हर दिन लगभग 48 से 50 हजार लड्डू तैयार किए जाते हैं. शनिवार और रविवार को यह संख्या 55,000 से ज्यादा हो जाती है. इन लड्डू को बनाने के लिए सभी का सहयोग मिल रहा है. छुट्टी के दिन शनिवार और रविवार को तो स्कूली और कॉलेज के बच्चे भी हमारा सहयोग करते हैं. दूर-दूर से गौशाला में लड्डू जा रहे हैं.
गौवंश के लिए फ्री दिया गार्डन: डॉक्टर विनीत बताते हैं कि लम्पी रोग से गौवंश को बचाने के लिए लोग तन,मन, धन से साथ दे रहे हैं. जिस गार्डन में हम 23 सितम्बर से रसोई चला रहे हैं, उसे गुलाब पेरेडाईज गार्डन के मालिक मुकेश जिंदल ने निशुल्क दिया है. इसके साथ संजय मीठी, नरेश शर्मा, मूलचंद सैनी, अशोक शर्मा, घनश्याम अग्रवाल, राधेश्याम मीणा, महेश दीक्षित, पूनम पारीक का भी सहयोग मिल रहा है.