जयपुर. स्वायत्त शासन विभाग ने हेरिटेज नगर निगम और ग्रेटर नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के संयुक्त (Safai shramik sangh election) चुनाव कराने का फैसला लिया है. चुनाव कराने की जिम्मेदारी ग्रेटर नगर निगम को सौंपी गई है. इसे लेकर निगम प्रशासन ने फिलहाल 14 अक्टूबर को चुनाव कराना तय किया है. जिसमें शहर के 8 हजार 200 से ज्यादा सफाई कर्मचारी अपने मत का प्रयोग करेंगे.
जयपुर में सेवारत संयुक्त वाल्मीकि और सफाई श्रमिक संघ का अध्यक्षीय चुनाव का कार्यकाल 14 मार्च 2021 को खत्म हो चुका है. बीते डेढ़ साल से चुनाव लंबित है. हालांकि राज्य सरकार की ओर से जयपुर नगर निगम को दो भागों में विभाजित होने पर हेरिटेज और ग्रेटर दोनों निगमों में अलग-अलग चुनाव कराए जाने की मांग भी उठाई गई थी. राजस्थान सफाई मजदूर कांग्रेस के अनुरोध पर डीएलबी ने दोनों निगमों में एकल पद्धति से चुनाव कराने का फैसला लिया है.
साथ ही ग्रेटर निगम को नोडल निगम नियुक्त करते हुए चुनाव कराने की कमान सौंपी है. इसे लेकर ग्रेटर नगर निगम के कमिश्नर महेंद्र सोनी ने कहा कि सफाई कर्मचारियों के चुनाव की प्रक्रिया आम चुनाव की तरह ही है. उसी तरह मतदाता सूची, नामांकन और दूसरी प्रक्रिया अपनाई जाती है. चूंकि त्योहारी सीजन के चलते इस बीच कई अवकाश भी रहेंगे. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए फिलहाल 14 अक्टूबर को चुनाव कराना तय किया गया है. चुनाव में ग्रेटर और हेरिटेज दोनों निगमों में एक-एक सहायक निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया जाएगा. इन चुनावों की पूरी जिम्मेदारी ग्रेटर निगम के एडिशनल कमिश्नर की रहेगी.
बहरहाल, इस चुनाव में दोनों निगमों में 3 हजार 600 से ज्यादा रिक्त चल रहे पदों पर जल्द भर्ती, कर्मचारियों को आरजीएचएस योजना का लाभ का मुद्दा अहम रहेगा. साथ ही 2018 में भर्ती हुए सफाई कर्मचारियों में से स्थायीकरण से रह गए कर्मचारियों को नियमित वेतन शृंखला में भुगतान कराने जैसे मुद्दे भी अहम रहने वाले हैं. बता दें कि सफाई श्रमिक संघ के आखिरी बार 2019 में चुनाव हुए थे. उनका कार्यकाल मार्च 2021 में पूरा हो चुका है.