जयपुर. श्रावण पूर्णिमा पर सोमवार को भाई-बहन के अमिट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन है. सोमवार के दिन विशेष संयोगों के बीच रक्षाबंधन पर्व मनाया जाएगा. इस बार आयुष्मान योग, सर्वार्थसिद्धि योग और रवि योग के संयोग बन रहे है. सोमवार सुबह 9 बजकर 29 मिनट तक ही भद्रा खत्म होने के बाद तो पूरे दिन बहन अपने भाई को रक्षासूत्र बांधती नजर आएंगी.
क्या है राखी बंधवाने का शुभ मुहूर्त
• शुभ का चौघड़िया : सुबह 9 बजकर 29 मिनट से 10 बजकर 54 मिनट तक
• अभिजित मुहूर्त : दोपहर 12 बजकर 06 मिनट से 12 बजकर 59 मिनट तक
• सर का चौघड़िया : दोपहर 2 बजकर 12 मिनट से 3 बजकर 51 मिनट तक
• लाभ अमृत चौघड़िया : अपराह्न 3 बजकर 51 मिनट से शाम 7 बजकर 10 मिनट तक रहेगा.
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बता दें कि, सोमवार को पूरे दिन बहन अपने भाई की दीर्घायु की कामना को लेकर के रक्षासूत्र कलावा बांध सकती हैं. वहीं इस बार चाइनीज की बजाय भाईयों की कलाइयों पर स्वदेशी राखियां ही नजर आएंगी. साथ ही आयुष्मान योग, सर्वार्थसिद्धि योग, श्रवण नक्षत्र और उत्तरा आषाढ़ नक्षत्र का विशेष संयोग सभी वर्गों के लिए सुख-समृद्धि कारक रहेगा. इसके अलावा सोमवती पूर्णमासी पर आए रक्षाबंधन पर्व पर 47 साल बाद सर्वार्थसिद्धि योग और 29 वर्षो के बाद श्रावण का अंतिम दिन जहां आयुष्मान योग में रक्षाबंधन का पर्व आया है.