जयपुर. राजस्थान में कई बार दलित दूल्हों को घोड़ी पर बैठने पर दबंगों के आतंक फैलाने और दलितों को घोड़ी से उतारने के मामले सामने आते रहे हैं. लेकिन जो मामला राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में चल रही मंत्री की जनसुनवाई में आया वो बेटियों के साथ अत्याचार और दबंगों के आतंक की इंतेहा का है.
दरअसल मामला जयपुर के शाहपुरा इलाके का है जहां दबंगों ने परिवार को बिंदोली नहीं निकालने दी. यह बिंदोली किसी लड़के की नहीं, बल्कि एक दलित लड़की की थी. परिवार यह सोचकर अपनी बेटी की घोड़ी पर बिंदोली निकाल रहा था कि अब जमाना बदल गया है और बेटे या बेटी में कोई फर्क नहीं रहा. लेकिन दलित परिवार की इस सोच में दबंगों का आतंक ने जहर घोल दिया.
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दलित दुल्हन को घोड़ी पर बैठकर जाते देख दबंगों ने उन पर हमला कर दिया. इस दौरान बीच-बचाव में आई महिलाओं के साथ जमकर मारपीट की गई और यहां तक की उनके कपड़े भी फाड़ दिए. पीड़ितों ने बताया कि यह घटना 13 जनवरी की रात की है. जब वे अपनी बेटी को घोड़ी पर बैठा कर बिंदोली निकाल रहे थे. इस दौरान गांव के कुछ दबंगों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया और बिंदोली के साथ चल रही महिलाओं के साथ बदसलूकी की.
पीड़ित परिवार की एक महिला ने आरोप लगाया कि दबंग परिवार के सदस्य उठाकर उसे खेतों में ले गए और निर्वस्त्र कर उनकी पिटाई की. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आई महिला ने अपने शरीर पर काटने के निशान भी दिखाए. पीड़ितों ने कहा कि इस मामले पर उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट तो लिखवा दी है लेकिन दबंगों के प्रभाव में कोई कार्रवाई नहीं हो रही.
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इस स्थिति में बुधवार को पीड़ित परिवार सरकार में मंत्री परदासी लाल मीणा की जनसुनवाई में पहुंचा और अपना दर्द बयां किया. पूरा मामला सुनने के बाद मंत्री ने बताया कि उन्होंने एसपी को फोन कर कार्रवाई के लिए कहा है. वही पीड़ितों ने इस मामले में राजनीतिक दबाव बनाने का भी आरोप लगाया है.