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दबंगों को रास नहीं आई दलित बेटी की घोड़ी पर बिंदोली, महिलाओं के फाड़े कपड़े और की मारपीट

बेटियों की घोड़ी पर बिंदोली के दौरान दबंगों की दबंगई का मामला सामने आया है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि दबंगों ने उनकी बेटियों पर हमला कर दिया और बीच बचाव में आई उनके घर की महिलाओं के साथ मारपीट की गई और कपड़े फाड़े गए. पढ़ें विस्तृत खबर...

bindoli of dalit daughter, दलित बेटी की घोड़ी पर बिंदोली
assault with dalit family
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Published : Feb 5, 2020, 6:40 PM IST

जयपुर. राजस्थान में कई बार दलित दूल्हों को घोड़ी पर बैठने पर दबंगों के आतंक फैलाने और दलितों को घोड़ी से उतारने के मामले सामने आते रहे हैं. लेकिन जो मामला राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में चल रही मंत्री की जनसुनवाई में आया वो बेटियों के साथ अत्याचार और दबंगों के आतंक की इंतेहा का है.

दबंगों के आतंक का मामला पहुंचा मंत्री की जनसुनवाई में

दरअसल मामला जयपुर के शाहपुरा इलाके का है जहां दबंगों ने परिवार को बिंदोली नहीं निकालने दी. यह बिंदोली किसी लड़के की नहीं, बल्कि एक दलित लड़की की थी. परिवार यह सोचकर अपनी बेटी की घोड़ी पर बिंदोली निकाल रहा था कि अब जमाना बदल गया है और बेटे या बेटी में कोई फर्क नहीं रहा. लेकिन दलित परिवार की इस सोच में दबंगों का आतंक ने जहर घोल दिया.

पढ़ेंः विधानसभा में गूंजेगा 'टिड्डी टेरर' और किसान कर्जमाफी का मुद्दा, विधायकों ने लगाए हजारों सवाल

दलित दुल्हन को घोड़ी पर बैठकर जाते देख दबंगों ने उन पर हमला कर दिया. इस दौरान बीच-बचाव में आई महिलाओं के साथ जमकर मारपीट की गई और यहां तक की उनके कपड़े भी फाड़ दिए. पीड़ितों ने बताया कि यह घटना 13 जनवरी की रात की है. जब वे अपनी बेटी को घोड़ी पर बैठा कर बिंदोली निकाल रहे थे. इस दौरान गांव के कुछ दबंगों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया और बिंदोली के साथ चल रही महिलाओं के साथ बदसलूकी की.

पीड़ित परिवार की एक महिला ने आरोप लगाया कि दबंग परिवार के सदस्य उठाकर उसे खेतों में ले गए और निर्वस्त्र कर उनकी पिटाई की. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आई महिला ने अपने शरीर पर काटने के निशान भी दिखाए. पीड़ितों ने कहा कि इस मामले पर उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट तो लिखवा दी है लेकिन दबंगों के प्रभाव में कोई कार्रवाई नहीं हो रही.

पढ़ेंः खबर का असर: 'आजाद पार्क' का कायाकल्प, 1.16 करोड़ की लागत से संवरेगा

इस स्थिति में बुधवार को पीड़ित परिवार सरकार में मंत्री परदासी लाल मीणा की जनसुनवाई में पहुंचा और अपना दर्द बयां किया. पूरा मामला सुनने के बाद मंत्री ने बताया कि उन्होंने एसपी को फोन कर कार्रवाई के लिए कहा है. वही पीड़ितों ने इस मामले में राजनीतिक दबाव बनाने का भी आरोप लगाया है.

जयपुर. राजस्थान में कई बार दलित दूल्हों को घोड़ी पर बैठने पर दबंगों के आतंक फैलाने और दलितों को घोड़ी से उतारने के मामले सामने आते रहे हैं. लेकिन जो मामला राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में चल रही मंत्री की जनसुनवाई में आया वो बेटियों के साथ अत्याचार और दबंगों के आतंक की इंतेहा का है.

दबंगों के आतंक का मामला पहुंचा मंत्री की जनसुनवाई में

दरअसल मामला जयपुर के शाहपुरा इलाके का है जहां दबंगों ने परिवार को बिंदोली नहीं निकालने दी. यह बिंदोली किसी लड़के की नहीं, बल्कि एक दलित लड़की की थी. परिवार यह सोचकर अपनी बेटी की घोड़ी पर बिंदोली निकाल रहा था कि अब जमाना बदल गया है और बेटे या बेटी में कोई फर्क नहीं रहा. लेकिन दलित परिवार की इस सोच में दबंगों का आतंक ने जहर घोल दिया.

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दलित दुल्हन को घोड़ी पर बैठकर जाते देख दबंगों ने उन पर हमला कर दिया. इस दौरान बीच-बचाव में आई महिलाओं के साथ जमकर मारपीट की गई और यहां तक की उनके कपड़े भी फाड़ दिए. पीड़ितों ने बताया कि यह घटना 13 जनवरी की रात की है. जब वे अपनी बेटी को घोड़ी पर बैठा कर बिंदोली निकाल रहे थे. इस दौरान गांव के कुछ दबंगों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया और बिंदोली के साथ चल रही महिलाओं के साथ बदसलूकी की.

पीड़ित परिवार की एक महिला ने आरोप लगाया कि दबंग परिवार के सदस्य उठाकर उसे खेतों में ले गए और निर्वस्त्र कर उनकी पिटाई की. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आई महिला ने अपने शरीर पर काटने के निशान भी दिखाए. पीड़ितों ने कहा कि इस मामले पर उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट तो लिखवा दी है लेकिन दबंगों के प्रभाव में कोई कार्रवाई नहीं हो रही.

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इस स्थिति में बुधवार को पीड़ित परिवार सरकार में मंत्री परदासी लाल मीणा की जनसुनवाई में पहुंचा और अपना दर्द बयां किया. पूरा मामला सुनने के बाद मंत्री ने बताया कि उन्होंने एसपी को फोन कर कार्रवाई के लिए कहा है. वही पीड़ितों ने इस मामले में राजनीतिक दबाव बनाने का भी आरोप लगाया है.

Intro:नोट ये स्पेशल स्टोरी है
बेटियां बेटों के बराबर यह सोचकर दलित परिवार निकाल रहा था अपनी लड़की की घोड़ी पर बैठा कर डिंडोली लेकिन दबंगों को नहीं आया यह रास दबंगों ने ना केवल बिंदोली को रोका बल्कि साथ चल रही परिवार की महिलाओं से भी की जमकर मारपीट पीड़ित महिला अपने निशान दिखाते हुए बोली दबंगों ने कई जगह काटा और किया निर्वस्त्र अब मंत्री की जनसुनवाई से ही है आज पुलिस नहीं कर रही कोई कार्रवाई


Body:राजस्थान में कई बार दलित दूल्हों को घोड़ी पर बैठने पर दबंगों के आतंक फैलाने और दलितों को घोड़ी से उतारने की बातें सामने आती रही है। लेकिन अब तक किसी दुल्हन को बिंदोली नहीं निकालने देने का मामला किसी ने नहीं सुना। लेकिन आज राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में हुई जनसुनवाई में इसी तरीके का मामला सामने आया है ।दरअसल मामला जयपुर के शाहपुरा का है जहां दबंगों ने परिवार को बिंदोली नहीं निकालने दी और यह बिंदोली भी किसी लड़के की नहीं बल्कि एक दलित लड़की की थी ।जिसमें परिवार यह सोचकर दुल्हन को घोड़ी पर बैठा कर बिंदोली निकाल रहा था कि अब जमाना बदल गया है और लड़का और लड़की एक समान है ।लेकिन यह सोच दलित परिवार कि गलत निकली और लड़का लड़की ही नहीं बल्कि अभी तो समाज में दलितों के घोड़ी पर बैठकर जाने पर ही दबंगों को आपत्ति थी। दलित दुल्हन को घोड़ी पर बैठकर जाते देख दबंगों ने उन पर हमला कर दिया और बीच-बचाव में आई महिलाओं के साथ जमकर मारपीट की और उनके कपड़े तक फाड़ दिए। इस मामले में पीड़ितों का कहना है कि 13 जनवरी की रात को वह दुल्हन को घोड़ी पर बैठा कर बिंदोली निकाल रहे थे। इस दौरान दबंगों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया और बिंदोली के साथ चल रही महिलाओं के साथ बदसलूकी की। परिवार की एक महिला ने आरोप लगाया कि उसे दबंग परिवार के सदस्य उठाकर दूसरे खेत में ले गए और निर्वस्त्र कर उसकी पिटाई की। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आई महिला ने अपने शरीर पर काटने के निशान भी दिखाए। पीड़ितों ने कहा कि इस मामले पर उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट तो लिखवा दी है लेकिन दबंगों के दबाव में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जिसके चलते उनको अब मजबूरी में जनसुनवाई में अपनी फरियाद रखनी पड़ी है। मंत्री परसादी लाल मीणा ने इस मामले में एसपी को फोन कर कार्रवाई करने के लिए कहा है तो वही पीड़ितों ने इस मामले में राजनीतिक दबाव बनाने का भी आरोप लगाया है।
वाइट पीड़ित महिला
वाइट परसादी लाल मीणा उद्योग मंत्री


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