ETV Bharat / city

महिलाओं और बच्चों का समग्र विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री कार्यालय में अशोक गहलोत ने चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला और बाल विकास सहित अन्य विषयों पर चर्चा की गई. साथ ही एक स्टियरिंग कमेटी गठित करने के भी निर्देश दिए.

जयपुर की खबर, Ashok Gehlot meet
बैठक करते मुख्यमंत्री गहलोत
author img

By

Published : Feb 13, 2020, 12:08 AM IST

जयपुर. मुख्यमंत्री कार्यालय में बुधवार को अशोक गहलोत ने चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन के प्रतिनिधियों के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास सहित अन्य विषयों पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कहा, कि राजस्थान में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से बालिका शिक्षा, मातृ एवं शिशु पोषण तथा स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अच्छा काम हो रहा है, लेकिन चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के तकनीकी सहयोग से इस दिशा में और बेहतरीन ढंग से आगे बढ़ा जा सकता है.

अशोक गहलोत ने चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन के प्रतिनिधियों के साथ की बैठक

साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा, कि बालिका शिक्षा, महिलाओं का कौशल विकास कर उन्हें रोजगार के विभिन्न अवसर उपलब्ध करवाने और पोषण स्तर को सुधारने से हमारी आने वाली पीढ़ी अधिक स्वस्थ और समृद्ध होगी. इन क्षेत्रों में उत्तरोत्तर विकास के लिए हरसम्भव प्रयास किए जाएं. सरकार की ओर से निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने में चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन का तकनीक सहयेाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.

वहीं बैठक में फाउण्डेशन की सीईओ कैट हैम्पटन ने कहा कि उनका फाउण्डेशन राजस्थान में महिलाओं, बालिकाओं और बच्चों के समग्र विकास के लिए निवेश जारी रखना चाहता है. फाउण्डेशन इन क्षेत्रों में अपना पूरा सहयोग प्रदान करेगा. उन्होंने प्रदेश में विद्युत सुधार, रिन्यूएबल एनर्जी और वायु प्रदूषण की रोकथाम के क्षेत्र में भी काम करने की इच्छा व्यक्त की.

सीईओ हैम्पटन ने शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला बाल विकास के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की. मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी के लिए सरकार के प्रयासों को सराहा. हैम्पटन ने मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाए जाने के राज्य सरकार के प्रयासों की प्रशंसा की. साथ ही प्रसूता को मिलने वाली सहायता राशि के कार्य में ‘राजपुष्ट प्रोजेक्ट‘ के माध्यम से राज्य सरकार के प्रयासों के साथ कार्य करने की इच्छा जाहिर की. प्रदेश में विभिन्न नवाचारों के माध्यम से प्रसव कक्षों में सुरक्षित प्रसव के लिए की गई पहल ‘दक्षता प्रोजेक्ट‘ की भी सराहना की.

पढ़ें: IIHMR यूनिवर्सिटी में नई टेक्नोलॉजी और रोजगार के बढ़ावे पर लीडरशिप सत्र का आयोजन

बता दें, कि आंधप्रदेश की ओर से इस प्रोजेक्ट को अपनाया गया है. ये प्रयास अब राष्ट्रीय नीति का हिस्सा भी बन रहे हैं. बैठक में मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, शासन सचिव महिला एवं बाल विकास केके पाठक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक नरेश कुमार ठकराल, चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन के प्रतिनिधि एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहें.

जयपुर. मुख्यमंत्री कार्यालय में बुधवार को अशोक गहलोत ने चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन के प्रतिनिधियों के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास सहित अन्य विषयों पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कहा, कि राजस्थान में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से बालिका शिक्षा, मातृ एवं शिशु पोषण तथा स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अच्छा काम हो रहा है, लेकिन चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के तकनीकी सहयोग से इस दिशा में और बेहतरीन ढंग से आगे बढ़ा जा सकता है.

अशोक गहलोत ने चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन के प्रतिनिधियों के साथ की बैठक

साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा, कि बालिका शिक्षा, महिलाओं का कौशल विकास कर उन्हें रोजगार के विभिन्न अवसर उपलब्ध करवाने और पोषण स्तर को सुधारने से हमारी आने वाली पीढ़ी अधिक स्वस्थ और समृद्ध होगी. इन क्षेत्रों में उत्तरोत्तर विकास के लिए हरसम्भव प्रयास किए जाएं. सरकार की ओर से निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने में चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन का तकनीक सहयेाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.

वहीं बैठक में फाउण्डेशन की सीईओ कैट हैम्पटन ने कहा कि उनका फाउण्डेशन राजस्थान में महिलाओं, बालिकाओं और बच्चों के समग्र विकास के लिए निवेश जारी रखना चाहता है. फाउण्डेशन इन क्षेत्रों में अपना पूरा सहयोग प्रदान करेगा. उन्होंने प्रदेश में विद्युत सुधार, रिन्यूएबल एनर्जी और वायु प्रदूषण की रोकथाम के क्षेत्र में भी काम करने की इच्छा व्यक्त की.

सीईओ हैम्पटन ने शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला बाल विकास के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की. मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी के लिए सरकार के प्रयासों को सराहा. हैम्पटन ने मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाए जाने के राज्य सरकार के प्रयासों की प्रशंसा की. साथ ही प्रसूता को मिलने वाली सहायता राशि के कार्य में ‘राजपुष्ट प्रोजेक्ट‘ के माध्यम से राज्य सरकार के प्रयासों के साथ कार्य करने की इच्छा जाहिर की. प्रदेश में विभिन्न नवाचारों के माध्यम से प्रसव कक्षों में सुरक्षित प्रसव के लिए की गई पहल ‘दक्षता प्रोजेक्ट‘ की भी सराहना की.

पढ़ें: IIHMR यूनिवर्सिटी में नई टेक्नोलॉजी और रोजगार के बढ़ावे पर लीडरशिप सत्र का आयोजन

बता दें, कि आंधप्रदेश की ओर से इस प्रोजेक्ट को अपनाया गया है. ये प्रयास अब राष्ट्रीय नीति का हिस्सा भी बन रहे हैं. बैठक में मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, शासन सचिव महिला एवं बाल विकास केके पाठक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक नरेश कुमार ठकराल, चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन के प्रतिनिधि एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.