जयपुर. ट्वीट कर मुख्यमंत्री से मंत्री पद से मुक्त करने की बात कहने वाले मंत्री अशोक चांदना (Ashok chandna tweet after meeting cm gehlot) ने आखिरकार शुक्रवार को सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात कर ही ली. उस मुलाकात के बाद चांदना ने फिर ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्री से सभी विषयों पर सार्थक एवं लंबी चर्चा हुई. कहा कि मुख्यमंत्री राजस्थान कांग्रेस परिवार के अभिभावक हैं, जो निर्णय करेंगे वह सही करेंगे. बीजेपी अपना घर देखे और कांग्रेस परिवार मिशन 2023 के लिए एकजुट और लामबंद है.
अशोक चांदना के ट्वीट से साफ है कि उन्होंने अपनी बातें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने रख दी हैं और अंतिम निर्णय भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर छोड़ दिया है. गुरुवार रात को अचानक राजस्थान के खेल मंत्री अशोक चांदना ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री से अपील की कि जलालत वाले मंत्री पद से उन्हें मुक्ति दें. इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेट्री पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके विभाग की जिम्मेदारी प्रमुख सचिव कुलदीप रांका को दे दी जाए क्योंकि वैसे भी वह सभी विभागों के मंत्री हैं.
इसके बाद शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने व्यंग्य करते हुए कहा कि चांदना पर 30 लाख बच्चों के खेल से जुड़े आयोजन की जिम्मेदारी है जिसके प्रेशर में उन्होंने ऐसा कह दिया होगा. उनकी बात को गंभीरता से लेने की आवश्यकता नहीं है. इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करने लिए आज दिन में करीब 3:00 बजे मंत्री अशोक चांदना पहुंचे और करीब 2 घंटे इंतजार करने के बावजूद उनकी मुलाकात सीएम से नहीं हो सकी. शाम 7 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मंत्री अशोक चांदना की मुलाकात हुई जिसके बाद अशोक चांदना ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात हो गई है और उनसे लंबी चर्चा हुई है. अब वह जो भी निर्णय एक अभिभावक के तौर पर लेंगे वह उन्हें मान्य होगाा.