जयपुर. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का जन्मदिन शक्ति प्रदर्शन के बाद शुरू हुई सियासी चर्चा के बीच बीजेपी प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह (Arun singh statement on Vasundhara Raje) का बड़ा बयान सामने आया है. अरुण सिंह ने कहा है कि जन्मदिन मनाएं इसमें कोई आपत्ति नहीं लेकिन यह जरूर ध्यान रखना चाहिए कि पार्टी सर्वोपरि है, व्यक्ति नहीं. अरुण सिंह ने यह भी कहा कि अधिक पापुलैरिटी से कभी-कभी नेता को ही नुकसान उठाना पड़ता है.
प्रदेश भाजपा मुख्यालय में बुधवार को पत्रकारों से मुखातिब हुए अरुण सिंह ने कहा कि हमारे यहां नेता देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, वरिष्ठ नेता अमित शाह और राजनाथ सिंह हैं और यही हमारा शीर्ष नेतृत्व है जिसका सभी को ध्यान रखना चाहिए. अरुण सिंह ने पिछले दिनों, सीएम चेहरे और अगले चुनाव के नेतृत्व को लेकर जिन नेताओं ने विवादित बयान दिए उनको लेकर कहा कि जो लोग हल्का वक्तव्य द रहे हैं उसे पार्टी नोट भी कर रही है.
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अरुण सिंह ने कहा कि उन्होंने पहले भी कहा था कि इस प्रकार का वक्तव्य देकर पार्टी को कमजोर करना उचित नहीं लेकिन अगर कोई ऐसा करता है तो समय आने पर पार्टी उसपर उचित निर्णय करेगी. अरुण सिंह ने यह भी कहा कि वक्तव्य देने के बाद उन्हें अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया जाएगा.
अधिक पॉपुलैरिटी से नेता को नुकसान होता है, ये समझें कार्यकर्ता
प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि भाजपा में केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड ही सब तय करता है और किसी के कहने से कुछ नहीं होता. अरुण सिंह ने कहा कि पार्टी में ऐसी कोई मांग नहीं चल रही कि पॉपुलर नेता का नाम डिक्लेयर किया जाए और ऐसी कोई परंपरा भी नहीं है, बल्कि जो अधिक पॉपुलैरिटी पर जोर देने लगते हैं उन नेताओं को नुकसान ही उठाना पड़ता है. ऐसे में कार्यकर्ता पहले पार्टी की ही चिंता करें क्योंकि वे ही सर्वोपरि है. सभी कार्यकर्ताओें से यही गुजारिश है.
गहलोत हैं घोषणाजीवी, घोषणा पूरी करने के लिए रिसोर्स क्या हैं ये भी बताएं
प्रेस वार्ता में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह प्रदेश की गहलोत सरकार और मुख्यमंत्री पर भी जमकर बरसे. भाजपा नेता ने हाल ही में राजस्थान बजट में की गई घोषणाओं को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर टिप्पणी करते हुए उन्हें घोषणाजीवी तक कह डाला था. अरुण सिंह ने कहा कि जो घोषणाएं पूर्व में की गईं थी वहीं पूरी नहीं हुईं और अब जो घोषणाएं की गईं है उसके लिए रिसोर्स क्या हैं यह भी बताना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसके लिए अशोक गहलोत की थर्ड पार्टी से ऑडिट करवाएं कि सरकार की घोषणाएं पूरी करने के लिए पैसा कहां से आएगा. वरना यह माना जाएगा कि घोषणाएं झूठी हैं.
चुनाव के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ेंगे या नहीं, कह नहीं सकते
इस दौरान अरुण सिंह ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में से 4 में भाजपा की जीत का दावा किया. इसके साथ ही चुनाव में महंगाई को कोई मुद्दा नहीं होने की बात कही. अरुण सिंह ने कहा कि चुनाव के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ेंगे या नहीं इस बारे में वह कुछ नहीं बोल सकते क्योंकि भविष्यवक्ता नहीं है और पेट्रोल डीजल के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल के दामों पर तय होते हैं.