जयपुर. राजधानी में पत्रकारों से रूबरू होते हुए मेघवाल ने प्रदेश सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला. मेघवाल ने कहा कि उन्हें दो साल में प्रदेश की गहलोत सरकार ने स्मार्ट सिटी योजना अमृत योजना में मिले फंड का डायवर्जन ही किया है. क्योंकि यह पैसा भारत सरकार भेजती है, लेकिन इसका उपयोग सही तरीके से नहीं किया गया. मेघवाल ने कहा कि इन चुनावों में गुड गवर्नेंस हमारा एजेंडा रहेगा. मेघवाल के अनुसार जयपुर नगर निगम की हालत किसी से छुपी हुई नहीं है. मौजूदा सरकार के प्रबंधन से यहां विकास के कार्य नहीं के बराबर हुए. आज शहर की सड़कें छलनी हैं और नालों की सफाई भी नहीं हुई.
पत्रकारों से बातचीत के दौरान मेघवाल ने यह भी कहा कि गहलोत सरकार ने सियासी फायदा लेने के लिए जयपुर कोटा और जोधपुर के नगर निगम को तोड़कर 22 नगर निगम बनाए और वार्डों का परिसीमन भी अपने सियासी फायदे के हिसाब से ही किया. मेघवाल ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था भी बेहाल है और कांग्रेस अलग-अलग गुटों में साफतौर पर बैठी हुई नजर आती है, जिसका फायदा भी इन चुनावों में बीजेपी को मिलेगा.
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इससे पहले अर्जुन राम मेघवाल ने प्रदेश बीजेपी मुख्यालय में जयपुर नगर निगम चुनाव को लेकर अहम बैठक मिली. इस बैठक में जयपुर शहर अध्यक्ष के साथ ही सांसद विधायक और विधायक के प्रत्याशियों के साथ जयपुर से आने वाले प्रमुख नेता और चुनाव से जुड़े पदाधिकारी शामिल रहे. इस दौरान उम्र के बैरिकेडिंग और वार्ड न बदलने की बात पर मोहर लगी. साथ ही पिछले चुनाव में पर्दे के पीछे रहकर बीजेपी को हराने वाले कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं दिए जाने की मांग भी उठी. हालांकि मेघवाल ने कहा टिकट जिताऊ कैंडिडेट को ही दिया जाएगा और वह भी सबकी राय मशवरा करके ही यह टिकट वितरित होगा.