जयपुर. इस विकट परिस्थिति में सरकार, प्रशासन, भामाशाह के अलावा कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो अपने ही स्तर पर इन लोगों की सहायता कर रहे हैं. ऐसे ही लोगों में जयपुर की महिला व्याख्याता अनिता मिश्रा भी शामिल हैं. मिश्रा अपने ही खर्चे पर गरीब, असहाय और जरूरतमंद लोगों को सूखा राशन और पका हुआ भोजन बांट रही हैं.
जयपुर के सरकारी स्कूल में अनिता मिश्रा व्याख्याता पद पर कार्यरत हैं. मिश्रा ने बताया कि इस लॉकडाउन में गरीब और असहाय लोगों की स्थिति उनसे नहीं देखी जा रही. इसी कारण ही वे उन्हें सूखा राशन और पका हुआ भोजन मुहैया करा रही हैं. ताकि उन्हें खाने के लिए परेशानी का सामना न करना पड़े. अनिता ने कहा कि गरीब लोगों की सहायता करने में उन्हें सुकून मिलता है. खास बात यह है कि इस नेक काम में अनिता मिश्रा किसी का सहयोग नहीं ले रहीं, वह खुद अपनी बचत और पति की पेंशन से यह काम कर रही हैं.
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उनकी बचत भी गरीबों की सहायता करने में खत्म हो चुकी है. मिश्रा ने कहा कि जयपुर के अलग-अलग इलाकों से उनके पास सूची आती है और उस सूची के अनुसार ही अलग-अलग इलाकों में जाकर वह सूखा राशन बांट रही हैं. अनीता ने कहा कि इस विकट परिस्थिति में समाज के सभी वर्गों को साथ मिलकर जितना हो सके उतना एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए.
मास्क भी बांट रहीं अनीता...
इस लॉकडाउन में गरीब और जरूरतमंदों को सूखा राशन देने के साथ ही अनिता मिश्रा लोगों को भी कोरोना वायरस को लेकर जागरूक भी कर रही हैं और अपनी टीम द्वारा बनाए गए कपड़े के मास्क भी लोगों को वितरित करती हैं. मिश्रा का कहना है कि जब तक लोगों में जागरुकता नहीं आएगी, तब तक वे स्वयं भी सचेत नहीं होंगे और कोरोना से बचाव नहीं कर सकेंगे. अनीता मिश्रा ने कहा कि राशन बांटने में वे सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखती हैं. सूखे राशन में आटा, दाल, चावल, मसाले, तेल, चीनी, चाय शामिल होते हैं.
डॉ. अनीता मिश्रा 25 मार्च को लॉकडाउन होने के बाद से ही लगातार पका भोजन और सूखा राशन बांटकर गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद कर रही हैं. उनकी टीम में बनारसी देवी, स्नेहा उपाध्याय, मृत्युंजय, ओमप्रकाश पांचाल, नीरू पांचाल, केके तिवारी शामिल हैं.
माध्यम श्रेणी के परिवारों की प्रतिष्ठा का भी रखती हैं ध्यान-
अनिता मिश्रा ऐसे लोगों की भी सहायता कर रही हैं, जो मध्यम श्रेणी के हैं और प्राइवेट जॉब कर के या ट्यूशन करके अपने परिवार का पेट पाल रहे थे. इस लॉकडाउन में उनकी माली हालत खराब हो गयी. ऐसे परिवारों को भी अनिता मिश्रा मदद कर रही हैं और इस मदद के दौरान उनकी सम्मान का भी ध्यान रखा जाता है.