जयपुर. किशनपोल विधानसभा क्षेत्र से 4 मुस्लिम डॉक्टर्स के तबादले पर कांग्रेस विधायक अमीन कागजी अपनी ही सरकार के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के घर धरने पर बैठ गए. आमीन कागजी का कहना है कि मुस्लिम वोट बैंक से हम सरकार में आते हैं और मंत्री बनते हैं. उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में पिछले 2 साल से जो डॉक्टर सरकारी अस्पताल में कार्य कर रहे थे उनको वही लेकर आए थे. उनके विधानसभा क्षेत्र में एक इलाका मुस्लिम बाहुल्य भी है. ऐसे में कुछ समय पहले चिकित्सकों की जो ट्रांसफर लिस्ट जारी की गई थी, उसमें इन चारों मुस्लिम चिकित्सकों का ट्रांसफर जयपुर से बाहर कर दिया गया.
इस आदेश से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में रहने वाले लोगों में काफी रोष था. कागजी का कहना है कि इस मामले को लेकर उन्होंने चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा से मुलाकात कर उनके विधानसभा क्षेत्र में स्थित सीएचसी और पीएचसी से 4 मुस्लिम चिकित्सकों के ट्रांसफर को लेकर विरोध किया था. साथ ही चिकित्सा मंत्री से अनुरोध करते हुए इनके ट्रांसफर निरस्त करने की बात कही थी. जिसके बाद चिकित्सा मंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया था कि इन चिकित्सकों को फिलहाल उनके नए स्थान पर ज्वाइन करने दें. अगली ट्रांसफर लिस्ट में इनको वापस उसी क्षेत्र में लगा दिया जाएगा.
लेकिन शुक्रवार रात चिकित्सकों की एक नई ट्रांसफर लिस्ट जारी की गई जिसमें उन चारों मुस्लिम चिकित्सकों के नाम मौजूद नहीं थे. साथ ही (Kagzi Protest on health minister bungalow) कागजी ने आरोप लगाया है कि इस नई ट्रांसफर लिस्ट में चार ऐसे चिकित्सकों के नाम भी शामिल हैं, जिनको वापस ट्रांसफर करके पुरानी जगह पर लगाया गया है. जिसके बाद से लोगों में रोष व्याप्त है. डॉक्टर अब्दुल रऊफ, डॉक्टर मोहम्मद हुसैन, डॉक्टर वसीम हुसैन और डॉक्टर मोहम्मद फैजान के ट्रांसफर को लेकर ये बवाल मचा था.
वहीं मामले को लेकर चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि विधायक आमीन कागजी ने शुक्रवार को दोपहर 2 बजे लिस्ट दी थी और बताया कि हमारे यहां 315 पीजी कर चुके चिकित्सकों को उस क्षेत्र में लगाया गया है जहां जीरो सर्विस है. ऐसे में इनके चारों चिकित्सकों का नाम भी उस लिस्ट में शामिल हो गया. ऐसे में इन चारों मुस्लिम चिकित्सकों के ट्रांसफर की लिस्ट एक बार फिर जारी कर दी गई है और उन्हें किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में फिर से लगा दिया गया है.