जयपुर. नेहरू-गांधी परिवार पर टिप्पणी वाले वीडियो के कारण राजस्थान के बूंदी में जेल भेजी गई अभिनेत्री पायल रोहतगी ने जमानत पर छूटने के बाद बुधवार को राजधानी जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. पायल रोहतगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस सरकार और राजस्थान पुलिस को आड़े हाथों लिया. पायल ने कहा कि राहुल गांधी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है तो मेरी भी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हाल ही में राहुल गांधी ने कहा था कि वो राहुल गांधी हैं, राहुल सावरकर नहीं है. लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने कहा कि वो हमारे देश के प्रधानमंत्री को चोर कहते हैं. मैं भी एक भारतीय नागरिक हूं और मुझे भी अपनी बात रखने का अधिकार होना चाहिए.
पायल ने कहा कि वीडियो के माध्यम से जो भी कहा गया वो किसी किताब के माध्यम से कहा गया है. लेकिन, उसके बाद एक माफी का वीडियो भी जारी कर दिया गया था. उसके बावजूद पुलिस ने जबरदस्ती मुझे जेल भेजा. अगर सरकार को वीडियो गलत लग रहा है तो वो पब्लिक डोमेन में दी गई जानकारी जांचे. रोहतगी ने कहा कि मेरा वीडियो चार महीने पहले आ गया था. इससे कोई हिंसा नहीं हुई और ना ही कोई माहौल खराब हुआ. ये कोई आपातकाल का समय नहीं है कि आप किसी भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ अधिकार का हनन करें.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पायल ने कहा कि जिन लोगों को वीडियो से दिक्कत है. उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के निजी सहायक एमओ मथाई से बात करनी चाहिए, जिन्होंने किताब लिखी है. मैंने जो भी पोस्ट किया है, वो एक किताब में है, जो सार्वजनिक हो चुकी है. पायल ने कहा कि राजस्थान में अभिव्यक्ति बड़ी चुनौती है. लेकिन, फिर भी अपनी बात जारी रखूंगी. क्योंकि मैं भारतीय नागरिक हूं.
रोहतगी ने पुलिस की कार्रवाई को पायल ने बिल्कुल गलत ठहराया. उन्होंने बताया कि सोमवार को कोर्ट में हियरिंग होनी थी, लेकिन राजस्थान पुलिस मुझे लेने अहमदाबाद आ गई और तीन दिन तक वही डेरा डाले हुए थी. रविवार को पुलिस मुझे कोटा ले आई और एक रात के लिए जेल भेज दिया, जो बिल्कुल गलत तरीका था. पायल ने कहा कि पुलिस ने खुद स्वीकार था कि उनके ऊपर दबाव है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पायल ने कहा कि कोई बड़ा क्राइम नहीं किया. इसके बावजूद राज्य की कांग्रेस सरकार ने मुझे जेल भेजवाया. उन्होंने अपनी गिरफ्तारी के लिए राज्य की कांग्रेस सरकार जिम्मेदार ठहराया. पायल ने कहा कि जांच में पुलिस का पूरा सहयोग किए जाने के बावजूद राज्य सरकार के इशारों पर मुझे गिरफ्तार कर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. जेल में मुझे अपराधिक प्रवृत्ति की महिलाओं के साथ रखा गया. इनमें से चार महिलाओं पर हत्या का आरोप है. उन्होंने कहा कि उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन किया गया.
इस दौरान रोहतगी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ये भी कहा कि उन्हें पॉलीटिकल पार्टी कांग्रेस बिल्कुल पसंद नहीं है. उनकी योजनाएं भी समझ नहीं आती, क्योंकि वो जो कहती है वो करती नहीं है. इसके साथ ही रोहतगी ने नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन करते हुए कहा कि अगर भारत हिंदू राष्ट्र बनता है तो लोग डरते क्यों हैं. इसमें कोई बुराई नहीं है.