जयपुर. धौलपुर के बाड़ी में 28 मार्च को विद्युत कार्यालय में एईएन हर्षधिपति और जेईएन नितिन गुलाटी के साथ हुई मारपीट के मामले (AEN JEN assault case in Dholpur) में आरोपी बाड़ी से कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा में बुधवार को आत्मसमर्पण कर (MLA Girraj Singh Malinga surrender in Jaipur Commissionerate) दिया है. बाड़ी विधायक ने जयपुर कमिश्नरेट में सरेंडर किया है. मलिंगा पहले मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और उसके बाद गुढ़ा के साथ ही कमिश्नरेट पहुंचकर सरेंडर किया. विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को सीआईडी सीबी की पुलिस साथ लेकर धौलपुर सदर थाने पहुंची. सदर थाने पहुंचने से पूर्व ही विधायक के समर्थक पहुंच गए. विधायक समर्थकों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. इस दौरान विधायक ने समर्थकों की समझाइश करके मामला शांत कराया.
अब प्रकरण में मलिंगा से धौलपुर में जांच अधिकारी की ओर से पूछताछ की जाएगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आज मुलाकात करने के बाद मलिंगा ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है. धौलपुर के बाड़ी में 28 मार्च को विद्युत कार्यालय में एईएन हर्षधिपति और जेईएन नितिन गुलाटी के साथ हुई मारपीट के मामले में आरोप गिर्राज सिंह मलिंगा पर लगे थे जिसे अब तक विधायक नकार रहे थे. यहां तक कि गिर्राज सिंह मलिंगा ने इस मामले में राजस्थान के डीजीपी पर भी आरोप लगा दिये थे. नव संकल्प शिविर से पहले कांग्रेस विधायक गिर्राज मलिंगा की गिरफ्तारी ने सवाल खड़े किए हैं कि जब मलिंगा पर कार्रवाई हुई है तो क्या रोहित जोशी को पीसीसी सदस्य से हटाने और फिर पिता मंत्री महेश जोशी के खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा?.
मुख्यमंत्री ने कहा इसलिए किया सरेंडरः सरेंडर करने के बाद विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने मीडिया से कहा कि उन्होंने आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की. इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें प्रकरण के ज्यादा हाईलाइट होने और अखबार बाजी होने की बात कहते हुए जांच में सहयोग करने के लिए सरेंडर करने के लिए कहा. जिस पर उन्होंने सरेंडर किया है और साथ ही प्रकरण कि जांच में पूरा सहयोग करने की बात भी कही है. मलिंगा ने कहा कि विद्युत निगम कार्यालय के जिस कर्मचारी को चोट लगी है उसके बारे में गलत तथ्य पेश किए जा रहे हैं. उसके शरीर पर केवल 12 चोट हैं जिसमें 6 फ्रेक्चर शामिल हैं. जबकि मीडिया में उसको बढ़ा चढ़ाकर बताया जा रहा है. मलिंगा ने कहा कि इस मामले के सामने आने के बाद आज वह पहली बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिले हैं और मुख्यमंत्री के निर्देशों की पालना करते हुए पुलिस के सामने सरेंडर किया है.
न्यायपालिका पर भरोसा मीडिया ट्रायल ना होः विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के साथ राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा भी पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय पहुंचे. जहां पर उन्होंने मलिंगा के सरेंडर करने के बाद मीडिया से कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. गुढ़ा ने कहा कि मलिंगा ने विद्युत निगम कार्यालय के कर्मचारियों के साथ मारपीट नहीं की है बल्कि वह उन्हें बचाने के लिए वहां पर गए थे और उन्हें जबरदस्ती इस पूरे प्रकरण में फंसाया जा रहा है. गुढ़ा ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. इसके साथ ही गुढ़ा ने इस पूरे प्रकरण का मीडिया ट्रायल ना हो इसके लिए भी मीडिया से सहयोग की अपील की है.
अनुसंधान अधिकारी के समक्ष पेश होने के लिए धौलपुर भेजाः गिर्राज सिंह मलिंगा के सरेंडर करने के बाद जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्यमंत्री से मिलने के बाद उनके द्वारा दिए गए निर्देशों की पालना करते हुए मलिंगा ने सरेंडर किया है. मुख्यमंत्री ने मलिंगा को कानून का सहयोग करने को लेकर निर्देशित किया जिस पर मलिंगा ने प्रकरण में सहयोग करने के लिए सरेंडर किया है. मलिंगा को आगे की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए जयपुर से पुलिस अधिकारियों के साथ धौलपुर भेजा है. धौलपुर ले जाने के बाद मलिंगा को प्रकरण के अनुसंधान अधिकारी के समक्ष पेश किया जाएगा और आगे की कानूनी प्रक्रिया की जाएगी. जयपुर से सीआईडी सीबी की टीम भारी पुलिस इमदाद के साथ विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को लेकर धौलपुर पुलिस थाने पहुंच गई. जहां पहले से ही मौजूद विधायक समर्थकों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर हंगामा किया. विधायक मलिंगा ने समर्थकों से समझाइश कर मामला शांत कराया. विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को सदर पुलिस थाने में रखा गया है. सुरक्षा की दृष्टि से भारी तादाद में पुलिस बल तैनात किया है. पुलिस थाने पर भारी तादाद में विधायक के समर्थक मौजूद है.
ये था मामलाः धौलपुर जिले के बाड़ी उपखंड के विद्युत निगम कार्यालय में सहायक अभियंता हर्षदापति और कनिष्ठ अभियंता नितिन गुलाटी के साथ बेरहमी से मारपीट हुई थी. जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए थे. मारपीट के मामले में घायल सहायक अभियंता ने पुलिस को पर्चा बयान दिए थे. घायल सहायक अभियंता हर्षदापति के पर्चा बयान के आधार पर बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा और नगर पालिका के वार्ड नंबर 2 के पार्षद प्रतिनिधि समीर खान के खिलाफ कई एक्ट में मुकदमा दर्ज हुआ था. उन पर एससी-एसटी एक्ट भी लगाया गया था.