जयपुर. सोमवार को जयपुर नगर निगम की ओर से अवैध रूफटॉप रेस्टोरेंट पर की जा रही कार्रवाई के दौरान सी स्कीम स्थित लोल कैफे में हुक्का बार संचालित मिला. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए निगम ने कैफे को सीज कर लिया.
राजधानी में अभी भी धड़ल्ले से हुक्का बार संचालित है. इसका उदाहरण नगर निगम की कार्रवाई के दौरान देखने को मिला. निगम प्रशासन की ओर से सोमवार को सिविल लाइन जोन के सी स्कीम में अवैध रूफटॉप रेस्टोरेंट पर कार्रवाई की गई. इस दौरान अग्रसेन सर्किल स्थित लोल कैफे में कुछ युवा हुक्का पीते मिले.
चूंकि कार्रवाई नगर निगम प्रशासन की थी, ऐसे में संचालक पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई. हालांकि निगम ने अपनी कार्रवाई के तहत कैफे को सीज जरूर किया.
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प्रदेश में हुक्का बार का संचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया है. अब कहीं भी इसका संचालन करते हुए पाए जाने पर संचालक को 3 साल तक की जेल होगी. सार्वजनिक स्थान के साथ भोजनालय, जलपान के स्थानों के अलावा समूह में कहीं भी बैठकर हुक्का पीना गैरकानूनी है. राज्य सरकार की ओर से इसी साल मई में ये विधेयक पारित किया गया है. लेकिन अब तक प्रशासन इस पर पूरी तरह लगाम नहीं लगा पाया है.
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वहीं इस मामले पर सिविल लाइन उपायुक्त आरके मेहता ने बताया कि हुक्का बार पुलिस प्रशासन का विषय है. कोटपा एक्ट के तहत इस पर कार्रवाई की जाती है. उन्होंने कहा कि अब मीडिया के माध्यम से ये मामला पुलिस के संज्ञान में भी आ गया होगा.