जयपुर. साधु-संतों के आंदोलन के बाद प्रदेश में अवैध खनन के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है. बीते 7 दिनों में 300 से अधिक प्रकरण दर्ज किए गए हैं. इनमें 277 से अधिक वाहन जब्त कर एक करोड़ 25 लाख से ज्यादा का जुर्माना वूसला गया (Action against illegal mining in Rajasthan) है.
पिछले सात दिनों से अवैध खनन गतिविधियों के विरुद्ध माइंस, पुलिस, जिला प्रशासन सहित संबंधित विभागों के संयुक्त अभियान में 300 से अधिक प्रकरणों में 277 से अधिक वाहन-मशीनरी जब्त करने के साथ ही एक करोड़ 25 लाख रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला जा चुका है. जब्त वाहनों और मशीनरी में 26 एक्सक्लेटर, जेसीबी, एक ट्रैक्टर कंप्रेसर व अन्य वाहन मशीनरी जब्त की गई है. एसीएस माइंस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि माइंस विभाग ने अवैध खनन गतिविधियों से जुड़े करीब 704 संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर संबंधित पुलिस अधीक्षकों को इनकी सूची सौंपी है.
इस सूची में सर्वाधिक अजमेर के 53, भीलवाड़ा के 51, बारां के 40 संवेदनशील स्थान शामिल हैं. उन्होंने बताया कि उदयपुर में अवैध खनन गतिविधि से जुड़े वाट्सग्रुप ग्रुप एडमिन को गिरफ्तार करने के साथ ही अलवर में 8, उदयपुर में 2, प्रतापगढ़ में 2 व नागौर व अजमेर में एक-एक अवैध खनन गतिविधि में लिप्त को गिरफ्तार किया गया है. प्रदेश में विभिन्न थानों में 53 एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है. जयपुर में सर्वाधिक 24 कार्रवाई करते हुए 1 एचईएमएम मशीन सहित 24 वाहन मशीनरी जब्त की है.
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इसके अलावा उदयपुर में 20 कार्रवाई करते हुए 8 एफआईआर दर्ज कर एक बड़ी मशीनरी सहित 20 वाहन जब्त किए गए हैं. राजसमंद और अलवर में 19-19 कार्रवाई की गई है. भीलवाड़ा में 16, अजमेर में व कोटा में 15-15 कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. प्रदेश में सर्वाधिक 15 एफआईआर राजसमंद में, कोटा में 8, अलवर में 6, बीकानेर में 4, बांसवाड़ा, अजमेर, झुन्झुनू में दो-दो और झालावाड़, सीकर, नागौर, जोधपुर, प्रतापगढ़ में एक-एक एफआईआर दर्ज की गई है.