जयपुर. पुलिस कमिश्नरेट की स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. जिसमें फर्जी पुलिस अधिकारी बन कर लाखों रुपए की ठगी करने वाले शातिर बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, आरोपी ने पीड़ित व्यक्ति को फर्जी पुलिस अधिकारी बन फोन पर इमरजेंसी का हवाला देते हुए दिल्ली में तुरंत राशि पहुंचाने को कहा. बदमाश ने फिल्मी अंदाज में पीड़ित व्यक्ति को दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में लाखों रुपए की राशि पहुंचाने को कहा.
ठग ने राजधानी के बनीपार्क निवासी पीड़ित राधेश्याम जैमिनी को पहले 10 रुपए के एक नोट का नंबर बताया. इसके बाद कहा कि पहाड़गंज इलाके में उसे जो व्यक्ति बताए गए स्थान पर 10 रुपए का नोट दिखाए. उसके नंबर का मिलान करने के बाद उसे वो राशि सौंप दे.
पीड़ित ने दिल्ली में रहने वाले अपने एक परिचित को फोन कर 10 रुपए के नोट का नंबर बताया और तुरंत पहाड़गंज इलाके में 4.50 लाख रुपए पहुंचा दिए. रुपए दिए जाने के बाद जब पीड़ित ने आरोपी के नंबर पर फोन किया तो नंबर बंद आया. जिस पर ठगी का एहसास होने पर पीड़ित व्यक्ति ने स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम थाने में प्रकरण दर्ज करवाया.
200 सीसीटीवी कैमरे खंगाले पर मिला आरोपी का सुराग
प्रकरण की जांच करते हुए जयपुर पुलिस ने पहाड़गंज और उसके आसपास के इलाके में लगे हुए 200 सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली. जिसमें आरोपी का सुराग हाथ लगने पर पुलिस ने बिहार में दबिश देकर शातिर ठग अमित कुमार को गिरफ्तार किया.
आरोपी को बिहार से गिरफ्तार कर जयपुर लाया गया, जहां उससे पूछताछ की जा रही है. प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने ठगी की वारदात को अंजाम देने की बात कबूली है. शातिर ठग अमित कुमार को साल 2006 में भी मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के नाम पर ठगी के प्रकरण में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
पढ़ें: कोरोना का कहरः अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या में 70 फीसदी की गिरावट
इसके अलावा आरोपी ने फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर विभिन्न ज्वेलर्स और नामी व्यवसायियों से भी ठगी करने की बात कबूली है. आरोपी ने फर्जी नेता बनकर भी अनेक लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है. प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने फर्जी पहचान पत्र से सिम कार्ड और मोबाइल खरीद कर ठगी की वारदातों को अंजाम देने की भी बात कबूली है.