जयपुर. कोरोना काल में कालाबाजारी करने वालों पर अब एसीबी ने पैनी नजर रखनी शुरू कर दी है. शिकायत प्राप्त होने पर एसीबी की टीम स्वयं बोगस ग्राहक बनकर अस्पतालों में पहुंच रही है और कालाबाजारी करने वाले कर्मचारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर रही है. राजधानी जयपुर में एसीबी टीम द्वारा दो अलग-अलग अस्पतालों में इसी तरह से कार्रवाई करते हुए कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
एसीबी एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि एसीबी मुख्यालय में इस तरह की अनेक शिकायतें प्राप्त हो रही थी कि अस्पतालों में मरीज को बेड दिलाने के लिए, आईसीयू बेड दिलाने के लिए, ऑक्सीजन सिलेंडर दिलाने के लिए, रेमडेसिविर इंजेक्शन व अन्य सुविधाएं दिलाने के लिए रुपयों की डिमांड की जा रही है. इन शिकायतों पर एसीबी टीम को बोगस ग्राहक बनाकर उन अस्पतालों में भेजा गया, जहां से सर्वाधिक शिकायतें प्राप्त हो रही थी.
जिस पर एसीबी टीम ने कार्रवाई करते हुए मेट्रो मास हॉस्पिटल के एक कंपाउंडर को मरीज के परिजनों से आरयूएचएस में बेड दिलाने के नाम पर 23 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार किया गया. इसके बाद एसीबी टीम द्वारा दूसरी कार्रवाई को आरयूएचएस में अंजाम दिया गया. जहां जनरल बेड और ऑक्सीजन दिलाने के नाम पर इलेक्ट्रीशियन का काम करने वाले दो लोगों को 30 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार किया गया.
पढ़ें : दबंग IPS दिनेश एमएन को फिर याद आया सोहराबुद्दीन एनकाउंटर, अमित शाह और जेल...जानें क्यों
इसके साथ ही एसीबी टीम द्वारा लगातार कालाबाजारी करने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है. एसीबी के आला अधिकारियों का कहना है कि विपदा के इस दौर में कालाबाजारी करने वाले लोगों को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा. इसके साथ ही एसीबी के अधिकारियों द्वारा आमजन से भी अपील की गई है कि यदि अस्पतालों में इलाज के नाम पर या दवा के नाम पर कोई भी व्यक्ति रुपयों की डिमांड करता है तो उसकी शिकायत तुरंत एसीबी को दें.