जयपुर. राजधानी के वार्ड 39 की पार्षद सुमन गुर्जर के ट्रैप होने के बाद पूर्व मेयर और सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी ने मौजूदा मेयर विष्णु लाटा सहित निगम के अधिकारी और चेयरमैन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
विधायक लाहोटी ने सुमन गुर्जर को महज एक मोहरा बताते हुए मुख्य किरदारों की जांच बाकी होने की बात कही. लाहोटी ने मेयर विष्णु लाटा को भ्रष्टाचार के खेल में शामिल करते हुए उनके कार्यकाल में हुए टेंडरों की जांच की मांग की. उन्होंने एसीबी, लोकायुक्त या रिटायर्ड जज से निगम में हुए हर विकास कार्य और टेंडरों की जांच की मांग उठाई.
इस दौरान लाहोटी ने उस बयान का भी ज़िक्र किया जो चेयरमैन मुनीष गुर्जर के पति की ओर से दिया गया था, जिसमें पैसे लेकर चेयरमैन बनने और इसलिये वसूली करने की बात कही गई थी. उन्होंने बीजेपी के तीन चेयरमैन पर लगे आरोपों पर तुरंत इस्तीफा लिए जाने की बात कहते हुए बीजेपी पार्टी को चरित्रवान बताया. साथ ही कांग्रेस पार्टी का चरित्र खुलकर सामने आने की बात कही.
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उन्होंने कांग्रेस सरकार के मुखिया सीएम अशोक गहलोत से मांग करते हुए कहा कि यदि वाकई वो गांधीवादी है, तो राजीव आवास योजना, सी स्कीम का पार्किंग प्रोजेक्ट, सफाई कर्मचारियों की भर्ती और नियमों को ताक पर रख हिमाचल की एक कंपनी को किओस्क आवंटित करने के मामलों की निष्पक्ष जांच कराएं.
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इस दौरान लाहोटी ने एसीबी के पास नगर निगम की लंबे समय से लंबित पड़ी सैकड़ों फाइलों का जिक्र करते हुए, बीते 10 महीनों के कार्यकाल में किए गए कार्यों की जांच एसीबी से कराए जाने की भी मांग की. बहरहाल, नगर निगम चुनाव से ठीक पहले कांग्रेसी पार्षद के एसीबी ट्रैप होने के बाद अब बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई है.