जयपुर. अयोध्या में बन रहे भगवान राम के मंदिर के लिए धन संग्रह के मुद्दे पर राजस्थान विश्वविद्यालय का सियासी तापमान भी चढ़ने लगा है. भाजपा की विचारधारा से जुड़े छात्र संगठन एबीवीपी ने भगवान राम के मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान शुरू किया, तो कांग्रेस से जुड़े छात्र संगठन एनएसयूआई ने भी आज 'एक रुपया राम के नाम' अभियान का आगाज किया. इस मौके पर एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने भाजपा, आरएसएस और एबीवीपी पर कई आरोप भी लगाए.
अब एबीवीपी ने इस मामले को लेकर एनएसयूआई पर पलटवार किया है. इससे कैंपस का सियासी पारा भी बढ़ गया है. एबीवीपी के प्रदेश मंत्री होशियार मीणा का कहना है कि एनएसयूआई राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह करने के लिए आगे आई है और अभियान शुरू किया है. इसके लिए उनका धन्यवाद देना चाहता हूं. हमारा भी निधि समर्पण अभियान कई दिन से चल रहा है. हम कॉलेज और विश्वविद्यालय परिसर में विद्यार्थियों से मुलाकात कर मंदिर निर्माण में आर्थिक सहयोग देने का आह्वान कर रहे हैं.
सभी कार्यकर्ताओं से भी ज्यादा से ज्यादा सहयोग देने की अपील की जा रही है. एनएसयूआई की ओर से एबीवीपी पर जबरन रुपए वसूलने के आरोप लगाया गया है. इसके जवाब में एबीवीपी के होशियार मीणा का कहना है कि हम प्रेम पूर्वक यथाशक्ति सहयोग देने की अपील कर रहे हैं. एक महीने से हमारा यह अभियान चल रहा है. एनएसयूआई तो आज आई है, हमारे शिक्षक कार्यकर्ताओं ने यथाशक्ति एक-दो लाख रुपए तक सहयोग दिया है. उनका कहना है कि हमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से स्पष्ट निर्देश हैं कि जो भी लोग सहयोग कर रहे हैं. उनसे श्री राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के नाम चेक लेना है.
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एबीवीपी के होशियार मीणा का यह भी कहना है कि हमारे पास 10 रुपए, 100 रुपए और एक हजार रुपए के कूपन हैं. जिनके मार्फत भी लोग निधि समर्पण कर रहे हैं. हम निधि समर्पण करने पर जो रसीद दे रहे हैं. उस पर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद गिरी महाराज के दस्तखत हैं. हमारा प्रयास यही है कि जो भी लोग निधि समर्पण करें उनका एक-एक रुपया भगवान राम के मंदिर निर्माण के काम आए.