जयपुर. विश्व में एब्डोमिनल कैंसर के कारण बड़ी संख्या में लोगों के मौत होती है. माना जाता है कि एब्डोमिनल कैंसर दुनिया में मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण भी है. ऐसे में इस कैंसर के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 19 मई को पूरे विश्व में एब्डोमिनल कैंसर-डे (Abdominal cancer day 2022) के रूप में मनाया जाता है. इस बार मनाए जाने वाले एब्डोमिनल कैंसर-डे की थीम (Awareness is Power theme) 'अवेयरनेस इज पावर' रखी गई है.
रविवार को जयपुर में एब्डोमिनल कैंसर डे की थीम को लांच किया गया. इस मौके पर सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने बताया कि एब्डोमिनल कैंसर यानी पेट का कैंसर सात प्रकार के होते हैं. ऐसे में यदि पेट से जुड़ी तकलीफ है लगातार बढ़ रही है तो मरीज को तुरंत अपनी जांच करवानी चाहिए, क्योंकि कई बार समय रहते कैंसर जैसी बीमारी का इलाज भी संभव है.
SMS मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी ने बताया कि मौजूदा समय में कैंसर के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इसका प्रमुख कारण दिनचर्या में बदलाव और खानपान भी है. डॉक्टर भंडारी ने बताया कि धीरे-धीरे पेट से जुड़ी बीमारियां लोगों में पनप रही है और आगे जाकर यह कैंसर का रूप ले रही है. ऐसे में यदि तुरंत जांच करवाई जाए तो किसी भी कैंसर का इलाज संभव हैं.
एब्डोमिनल कैंसर-डे के संस्थापक डॉक्टर संदीप जैन का कहना है कि बीते कुछ समय से वे पेट संबंधी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों का इलाज कर रहे हैं और बीते कुछ सालों में पेट से जुड़े कैंसर के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं. जिनमें गॉलब्लैडर कैंसर पेनक्रिएटिक कैंसर और लिवर कैंसर के मामले सर्वाधिक हैं. ऐसे में एब्डोमिनल कैंसर डे के माध्यम से लोगों को जागरूक करना हमारी पहली प्राथमिकता है, ताकि समय रहते मरीज इसे पहचान सके. जयपुर में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में डिप्टी मेयर पुनीत कर्णावट कांग्रेस नेता पंडित सुरेश मिश्रा समेत अन्य लोग मौजूद रहे.