जयपुर. RAS मुख्य परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की मांग (RAS Mains Exam 2021) को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय में अभ्यर्थियों का धरना जारी है. राजस्थान लोकसेवा आयोग (Rajasthan Public Service Commission) ने इस परीक्षा के प्रवेश पत्र वेबसाइट पर अपलोड कर दिए हैं. इससे गुस्साए अभ्यर्थी आमरण अनशन पर बैठ गए हैं. उनका कहना है कि सिलेबस बढ़ने के कारण उन्हें तैयारी के लिए कुछ समय दिया जाए. धरनास्थल पर तीन महिला और तीन पुरुष अभ्यर्थी अनशन पर बैठे हैं.
आरपीएससी RAS मुख्य परीक्षा 25-26 फरवरी को करवाने जा रही है. जबकि कुछ अभ्यर्थी इसका विरोध कर रहे हैं. इन अभ्यर्थियों का कहना है कि आरपीएससी ने मुख्य परीक्षा से तीन महीने पहले अचानक करीब 70 फीसदी सिलेबस बदल दिया है. ऐसे में उन्हें तैयारी के लिए और समय चाहिए.
अनशन पर बैठे अभ्यर्थियों का कहना है कि हम अपनी मांग को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय में धरना दे रहे हैं. अब आमरण अनशन शुरू किया है. लेकिन सरकार की तरफ से अधिकारी या जनप्रतिनिधि बातचीत के लिए नहीं पहुंचे. उनका कहना है कि वे अपनी मांग पर अडिग हैं और जब तक परीक्षा की तैयारी के लिए उन्हें कुछ और समय नहीं दिया जाता है. तब तक वे अनशन जारी रखेंगे. उनका कहना है कि दिन-रात महिला अभ्यर्थी भी यहां धरना दे रही हैं. उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी सरकार की है.
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री ने साधा गहलोत सरकार पर निशाना : केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी भी इन अभ्यर्थियों के समर्थन में उतर आए हैं. उन्होंने ट्वीट किया, RAS मुख्य परीक्षा के अभ्यर्थी परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाने की जायज मांग के साथ आंदोलन कर रहे हैं. उनकी इस मांग को मानने के बजाए सरकार आंदोलन को दबाने के लिए आंदोलन स्थल की लाइट काटकर अपनी दमनकारी नीतियों का परिचय दे रही है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.