जयपुर. पुलिस प्रशासन की ओर से लॉकडाउन और धारा 144 की पालना करवाई जा रही है. लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई भी लगातार जारी है. जयपुर शहर में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 34 अनाधिकृत वाहनों को जब्त किया गया है. अब तक कुल 16 हजार 939 वाहन जब्त किए जा चुके हैं.
धारा 144 का उल्लंघन करने वाले 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अब तक 1 हजार 155 व्यक्ति गिरफ्तार हो चुके हैं. आपदा प्रबंधन एक्ट-2005, राजस्थान एपिडेमिक डिजीजेज एक्ट 1957 के तहत 08 मामले दर्ज किए गए हैं. अब तक कुल 497 मामले दर्ज किए जा चुके हैं. राजधानी जयपुर के 36 थाना इलाकों में पूर्ण या आंशिक कर्फ्यू लागू किया गया है.
जयपुर शहर में लॉकडाउन 4.0 के दौरान राजस्थान महामारी अध्यादेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अब तक 361 कार्रवाई की गई है. जिनसे 96 हजार 900 रुपए जुर्माना भी वसूल किया गया है. विभिन्न थाना क्षेत्रों के करीब 86 चिन्हित स्थानों पर पूर्ण या आंशिक कर्फ्यू लगा हुआ है. कर्फ्यू क्षेत्रों में पुलिस के अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं.
वहीं, कर्फ्यू ग्रस्त इलाकों में लोगों की आवाजाही को पूर्णतया प्रतिबंधित किया गया है. जयपुर शहर में लॉकडाउन की पालना के लिए विभिन्न स्थानों पर बैरिकेड लगाकर पुलिस की ओर से नाकाबंदी की जा रही है. अनावश्यक और बिना कारण घूमने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है. कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्रों में ड्रोन कैमरा के माध्यम से एक गली मोहल्लों में भी निगरानी रखी जा रही है.
इसके साथ ही खाद्य आपूर्ति वितरण केंद्रों, आवश्यक वस्तुओं की दुकानों, डेयरी बूथों और दवाओं की दुकानों पर सामाजिक दूरी की निगरानी भी ड्रोन कैमरा से हो रही है. कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्तियों की ट्रेवल्स हिस्ट्री और उनके संपर्क में आए लोगों को 8 क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर रखा गया है. सभी क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर राउंड दा क्लॉक पुलिस बल नियोजित किया गया है. क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर तैनात पुलिस बल का घर या थाने पर आना-जाना पूर्णतया निषेध है. जयपुर शहर में क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर आरएसी पुलिस बल तैनात किया गया है.
जयपुर शहर में सोशल मीडिया के माध्यम से कोरोना से संबंधित अफवाह फैलाने वालों पर जयपुर पुलिस की सोशल मीडिया सेल और साइबर ब्रांच की ओर से निरंतर साइबर पेट्रोलिंग के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है. अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की पूर्णतया पालना के लिए ड्रोन कैमरे के जरिए निगरानी की जा रही है. ड्रोन कैमरे की रिकॉर्डिंग के आधार पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.