नूंह/जयपुर. राजस्थान की सत्ता का केंद्र हरियाणा का नूंह जिला बना हुआ है. गुरुग्राम और नूंह जिले की सीमा पर सराय गांव की सैकड़ों एकड़ भूमि में बने सात सितारा आईटीसी ग्रैंड भारत होटल के अलावा वेस्टर्न कंट्री क्लब में सचिन पायलट के 22 समर्थक विधायकों के कई दिनों से डटे होने की खबर है.
आईटीसी में 17 और कंट्री क्लब में 5 विधायकों के ठहरे होने की खबर मिल रही है. खबरें ये भी मिल रही हैं कि सचिन पायलट भी इन्हीं में से किसी एक होटल में रुके हुए हैं. सूत्र बताते हैं कि सचिन पायलट मौजूदा स्थिति से निपटने की रणनीति अपने समर्थक विधायकों के साथ बनाने में जुटे हुए हैं.
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किसी एक होटल में हैं सचिन पायलट!
दोनों ही होटलों के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया हुआ है. माना जा रहा है कि ये सुरक्षा विधायकों के होने के कारण बढ़ाई गई है. हां, इतना जरूर है कि होटल के बाहर सुरक्षा का घेरा ठीक उसी तरह अभी भी लगाया हुआ है. इससे साफ है कि न केवल सचिन पायलट के समर्थक विधायक यहां डटे हुए हैं, बल्कि सचिन पायलट के भी यहां होने से इनकार नहीं किया जा सकता.
कांग्रेस से अब सचिन पायलट का संबंध पूरी तरह से टूट चुका है. अब देखना ये है कि सचिन पायलट का अगला कदम क्या होता है. सचिन पायलट को कांग्रेस से बाहर करने की खबर के बाद बीजेपी में भी हलचल बढ़ गई है. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया भी कल जयपुर पहुंचकर विधायकों के साथ बैठक कर सकती हैं. इसके अलावा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने विधायकों को खरीद फरोख्त से बचाने के लिए एक होटल में ठहराए हुए हैं.
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क्या होगा अगला कदम?
राजस्थान सरकार से अगले कुछ घंटों के लिए भले ही संकट टल गया हो, लेकिन खतरा अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. सचिन पायलट के साथ अब कांग्रेस के कई नेताओं को या तो बर्खास्त किया जा रहा है या वो सचिन के समर्थन में खुद इस्तीफा दे रहे हैं. कुल मिलाकर राजस्थान की सरकार में शुरू हुई उठापटक अभी थमने का नाम नहीं ले रही है. अशोक गहलोत भी ऐसे हालात से निपटने के लिए मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं. मंत्रिमंडल में सचिन पायलट का साथ छोड़कर आए विधायकों को जगह मिल सकती है.