जयपुर. नगर निगम में फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर नौकरी लेने पहुंचे 2 युवकों को सोमवार को पकड़ लिया गया. सफाई श्रमिक संघ के पदाधिकारी की सूझबूझ से दोनों युवक पकड़े गए. जिनके खिलाफ अब एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. हालांकि मामले के सामने आने के बाद ये सवाल भी उठ रहा हैं कि आखिर इन दोनों युवकों के पास नियुक्ति पत्र कहां से आए. जिसकी जांच की जा रही है.
नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा हो रहा है. सोमवार को 2 युवक फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर नगर निगम में नौकरी लेने पहुंच गए. हालांकि संयुक्त वाल्मीकि और सफाई श्रमिक संघ के पदाधिकारी सुरेश डाबोडिया ने सक्रियता दिखाते हुए दोनों युवकों को पकड़ लिया और कार्मिक शाखा के उपायुक्त कविता चौधरी के पास ले गए. निगम सतर्कता शाखा के अधिकारियों की माने तो हीदा की मोरी शंकर कॉलोनी निवासी सूरज साहू और पशुपतिनाथ कॉलोनी निवासी राजेश कुमार साहू फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर निगम परिसर में घूम रहे थे.
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इनके पास हनुमान साहू के नाम से एक अन्य फर्जी नियुक्ति पत्र भी था. इन दोनों युवकों के खिलाफ कार्मिक शाखा उपायुक्त की ओर से एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी. हालांकि इस पूरे प्रकरण में सवाल ये है कि इन दोनों युवकों के पास फर्जी नियुक्ति पत्र आए कहां से. जिसकी गहनता से जांच की जा रही है. बता दें कि कुछ महीने पहले भी इस तरह के फर्जी नियुक्ति पत्र वायरल हुए थे. जिसकी शिकायत श्रमिक संघ ने तत्कालीन निगमायुक्त को की थी. आयुक्त ने अतिरिक्त आयुक्त को इसकी जांच के लिए भी लिखा था. हालांकि बाद में इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया.