जयपुर. प्रदेश में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. खासकर राजधानी जयपुर में संक्रमण की दर में वृद्धि हो रही है. इसी बीच कुछ ऐसे भी मरीज हैं जो पॉजिटिव आने के बाद गायब हो गए हैं. ये मरीज कोरोना बम यानी स्प्रेडर का काम कर रहे हैं (community spread in Jaipur).
राजधानी जयपुर में हर दिन तकरीबन 15 से 16 हजार लोगों के सैंपल जांच के लिए उठाए जा रहे (corona cases in Jaipur) हैं, जिसमें एक हजार से अधिक लोग हर दिन पॉजिटिव आ रहे हैं. हाल ही में एक चौंकाने वाला मामला भी जयपुर से देखने को मिला है. दरअसल इन संक्रमित लोगों में से कुछ लोग ऐसे हैं, जो गायब हो चुके हैं. चिकित्सा विभाग उन्हें ढूंढ नहीं पा रहा, ऐसे में बड़ा सवाल यह सामने आ रहा है कि इन लोगों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग किस प्रकार होगी.
जानकारी यह भी मिली है कि जो लोग कोरोना जांच करवाने के लिए आ रहे हैं, वह अपने नाम पता और मोबाइल नंबर गलत लिखा रहे हैं. जिसके चलते उन्हें ढूंढना काफी मुश्किल हो रहा है. बीते 2 दिन में तकरीबन 181 कोरोना के मरीज गायब हो चुके हैं.
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जयपुर से गायब हो रहे कोरोना के मरीज
- बीते 2 दिन में 181 मरीजों का ऐड्रेस नॉट फाउंड
- बुधवार को 73 और गुरुवार को 108 कोरोना पॉजिटिव मरीज हुए गायब
- 181 मरीजों का संपर्क सूत्र का नहीं चल रहा पता
- हर दिन जयपुर में 1000 से अधिक मरीज आ रहे संक्रमित
- ऐसे में गायब हुए 181 कोरोना पॉजिटिव मरीज स्प्रेडर का कर रहे काम
इसको लेकर विभाग का कहना है कि कुछ लोग सैंपल देकर गलत नाम पता और मोबाइल नंबर दे रहे हैं. ऐसे में इन लोगों को ट्रेस करना काफी मुश्किल हो रहा है, फिर भी टीम इन लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही है. वहीं शुक्रवार को संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर होने वाली चिकित्सा विभाग की बैठक भी स्थगित कर दी गई है. दरअसल इस बैठक में प्रदेश में दवाइयों की उपलब्धता, ऑक्सीजन, अस्पताल में बेड की स्थिति और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर चर्चा की जानी थी.