जयपुर. 12 साल के मासूम को रेस्क्यू करवाने वाली चाइल्ड हेल्पलाइन (Bihar Minor Boy Rescued) की सदस्य सुमन सिंह ने बताया कि 21 मार्च को उन्हें यह सूचना मिली की शास्त्री नगर थाना इलाके में मक्का मस्जिद के पास स्थित मकान नंबर 559 में एक 12 साल के बच्चे को बंधक बनाकर रखा गया है जिसे मकान मालिक और उसकी पत्नी यातनाएं दे रहे थे. बच्चे के साथ इस कदर मारपीट की गई है कि वह चल भी नहीं सकता और अपने पैरों पर खड़ा भी नहीं हो सकता.
7 महीने पहले बिहार से जयपुर लाए आरोपी दंपती: चाइल्ड हेल्प लाइन की सदस्य सुमन सिंह ने बताया कि तकरीबन 7 महीने पहले 12 साल के मासूम को मोहम्मद रियाज और उसकी पत्नी रूही परवीन बिहार के दरभंगा जिले से चूड़ी बनाने का काम करवाने के लिए अपने साथ जयपुर लेकर आए (Bihar boy into child labor in Jaipur) थे. जयपुर लाने के बाद आरोपी दंपती ने मासूम को अपने मकान के एक कमरे में बंद कर दिया और उससे चूड़ी बनवाने का काम करवाने लगे. मासूम के घर से बाहर निकलने पर पूरी तरह से पाबंदी थी और लगातार उस पर निगरानी रखी जा रही थी. आरोप है कि काम में कमी रहने पर सही उसके साथ जमकर मारपीट करने लगे.
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टारगेट पूरा नहीं होने पर किया जाता गंदा काम: चाइल्ड लाइन के सदस्यों को दिए गए बयान में मासूम ने इस बात का भी जिक्र किया है कि थकान होने पर या तबीयत खराब होने पर जब वो आरोपी दंपत्ति के टारगेट के अनुसार चूड़ियां नहीं बना पाता और उनके काम नहीं कर पाता तो उसके साथ जमकर मारपीट की जाती. मारपीट की आवाज आस-पड़ोस के लोग ना सुन पाए इसके लिए आरोपी मोहम्मद रियाज अपने घर में तेज आवाज में म्यूजिक सिस्टम बजाता और फिर मासूम के साथ मारपीट की जाती. यही नहीं आरोपी ने आधा दर्जन से अधिक बार मासूम को शराब पिलाकर और खुद शराब पीकर उसके साथ कुकर्म की वारदात को भी अंजाम (12 year old boy sexually abused by Master In Jaipur) दिया.
ऐसा कोई भी अंग नहीं जिस पर चोट के निशान नहीं: चाइल्ड हेल्पलाइन की सदस्य सुमन सिंह ने बताया कि मासूम के साथ इस कदर दरिंदगी की जाती जिसकी कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. मासूम के शरीर का ऐसा कोई भी अंग नहीं है जिस पर चोट के निशान ना हो. साथ ही मासूम घर से ना भाग पाए इसके लिए आरोपी ने चाकू को गरम कर मासूम के दोनों पैरों के तलवों पर गहरे गांव कर दिए. आरोपी दंपति ने मासूम की स्थिति इतनी दयनीय कर रखी थी कि मासूम अपने पैरों पर खड़ा तक नहीं हो सकता था और न ही उसके मुंह से कुछ आवाज निकल पाती.
मंगलवार अलसुबह आरोपी दंपति ने मासूम को घर की छत साफ करने के लिए ऊपर भेजा और इस दौरान मौका पाकर मासूम मुंडेर को जैसे तैसे लांघ कर पड़ोसी की छत पर पहुंच गया. इसके बाद मासूम रेंगता हुआ सीढ़ियां उतर नीचे सड़क पर आ गया और राहगीरों से मदद मांगी. जिस पर राहगीरों ने चाइल्ड हेल्पलाइन से संपर्क कर मासूम की जानकारी दी और चाइल्ड हेल्प लाइन के सदस्यों ने तुरंत मौके पर पहुंच मासूम को रेस्क्यू करवाया व पुलिस को सूचना दी. इसके बाद चाइल्ड हेल्प लाइन के सदस्य मासूम को इलाज के लिए पहले कांवटिया अस्पताल लेकर गए, जहां से मासूम को जेके लोन अस्पताल रेफर कर दिया गया. जेके लोन अस्पताल से मासूम को एसएमएस ट्रामा सेंटर रेफर किया गया, जहां पर उसका एक्सरे व अन्य जांच की गई. इसके बाद मासूम को शेल्टर होम भेज दिया गया.
मासूम के भागने की भनक लगते ही आरोपी फरार: चाइल्ड हेल्प लाइन की सदस्य सुमन सिंह ने बताया कि मासूम के बयान दर्ज करने के बाद पुलिस ने जैसे ही आरोपी दंपति को गिरफ्तार करने के लिए उनके मकान पर दबिश दी. वैसे ही मासूम के भागने की भनक लगते ही आरोपी मोहम्मद रियाज अपने मकान से फरार हो गया. वहीं पुलिस ने आरोपी की पत्नी रूही प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल पुलिस ने पोक्सो एक्ट व आईपीसी की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है. वहीं प्रकरण में फरार चल रहे मोहम्मद रियाज की तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई है.