बीकानेर. देश की आजादी के बाद 1952 से लेकर अब तक पहली बार इस संसद सत्र में सर्वाधिक बिल पास हुए और यह एक अच्छी सार्थक शुरुआत है. सदन में आने वाले नई सांसदों को भी बोलने का पूरा मौका मिले. क्योंकि वह भी लाखों मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करते हैं. यह कहना रहा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का. सोमवार को बीकानेर के दौरे पर आए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनका प्रयास है कि संसद पूरी तरह से पेपरलेस हो, इसके साथ ही तकनीक से भी युक्त हो.
उन्होंने कहा कि लोकसभा के सभी सांसदों को सदन में लाए जाने वाले बिल की पूरी जानकारी दी जाती है और उसे लेकर इतना कागज खर्च होता है और इसकी राशि करोड़ों में होती है. लेकिन मेरा प्रयास है कि सदन पूरी तरह से पेपरलेस हो और अब तकनीक का जमाना है. ऐसे में सांसद भी तकनीक से जुड़कर काम करें.
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वहीं, इससे पहले लोकसभाध्यक्ष बिड़ला का नाल एयरपोर्ट पहुंचने पर भाजपा नेताओं ने स्वागत किया. एयरपोर्ट से बिड़ला सीधे संघ के क्षेत्रीय प्रचारक दुर्गादास के आवास पर पहुंचे और उनके पिता के निधन पर शोक व्यक्त किया. इसके बाद बिड़ला पूर्व विधायक गोपाल जोशी से मिलने उनकी होटल पहुंचे. गौरतलब है कि जोशी का पिछले दिनों ही जयपुर में पथरी का ऑपरेशन हुआ था. इसके बाद बिड़ला सीधे सर्किट हाउस पहुंचे. जहां मौजूद भाजपा नेताओं और माहेश्वरी समाज के प्रतिनिधि मंडल ने उनका स्वागत किया. इस दौरान बिड़ला से मिलने पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी भी सर्किट हाउस पहुंचे. जहां दोनों में गुफ्तगू हुई.
97 साल का हो गया भवन, तकनीक युक्त बिल्डिंग की जरूरत : अध्यक्ष बिड़ला
संसद भवन की नई इमारत के निर्माण की कार्रवाई के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसे लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है और यह मामला पूरी तरह से विचाराधीन है. उन्होंने कहा कि संसद का नया भवन बनना चाहिए, क्योंकि वर्तमान इमारत 97 साल पुरानी है और अब टेक्नोलॉजी का जमाना है. ऐसे में टेक्नोलॉजी के साथ संसद भी अपडेट हो. इसे लेकर भी प्रयास कर रहे हैं.
विधानसभा अध्यक्षों के साथ भी करेंगे सम्मेलन
इस दौरान बिड़ला ने कहा कि आने वाले समय में पूरे देश के विधानसभा अध्यक्षों को साथ लेकर एक सम्मेलन करेंगे. ताकि देश में संसदीय व्यवस्था को मजबूत किए जाने की दिशा में चर्चा हो सके.