बीकानेर. जामसर-जलालसर गांव में एक सोलर पावर प्लांट के निर्माण में स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं देने के विरोध में गांव के ग्रामीणों ने सोलर कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए. उनका आरोप है कि कंपनी काम कराने के लिए बाहर से लोगों को ला रही है, जबकि स्थानीय लोगों को तवज्जो नहीं दी जा रही है. इसी मांग को लेकर ग्रामीणों ने धरना शुरू कर दिया है.
ग्रामीणों का कहना है कि हमारी पुश्तैनी जमीन पर कंपनी की ओर से यह सोलर पावर प्लांट लगाया जा रहा है. लेकिन कंपनी में बाहर से लोगों को बुलाकर रोजगार दिया जा रहा है. यहां तक कि मजदूर भी बाहर से ही बुलाए जा रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि गांव के लोग सक्षम हैं और कंपनी में जरूरत के मुताबिक ट्रैक्टर, मजदूर और अन्य संसाधन गांव में ही उपलब्ध है, तो फिर कंपनी बाहर से लोगों को क्यों बुला रही है. गांव के लोगों को रोजगार क्यों नहीं दे रही.
धरना दे रहे इमरान शाह ने कहा कि रमजान का महीना है और अधिकतर धरने पर बैठे लोग रोजेदार हैं जो भूखे प्यासे धरने पर बैठे हैं. लेकिन कंपनी के नुमाइंदों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है. सरपंच प्रतिनिधि शफी मोहम्मद ने कहा कि कंपनी के अधिकारियों को स्थानीय लोगों को रोजगार में प्राथमिकता देनी चाहिए. लेकिन कंपनी नियमों के विपरीत स्थानीय लोगों को ठेंगा दिखा रही है .वहीं पूर्व सरपंच रफीक शाह ने कहा कि यदि कंपनी के अधिकारीयों ने समय रहते हमारी बातों पर गौर नहीं किया तो आने वाले दिनों में ग्रामीण आंदोलन को और आगे लेकर जाएंगे. जरूरत पड़ी तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा.
पूर्व सरपंच रफीक शाह ने कहा कि हमने इस बारे में पहले ही जिला प्रशासन को अवगत करवा दिया था. लेकिन प्रशासन की ओर से इस बारे में कंपनी के अधिकारियों से कोई चर्चा नहीं की गई. ना ही हमारी बात को सुना गया है. ऐसे में हमारे पास धरना प्रदर्शन के सिवाय कोई दूसरा चारा नहीं था. उधर ग्रामीणों के धरने के बाद सोलर पावर प्लांट का काम पूरी तरह से ठप हो गया है. इस पूरे मामले में कंपनी के अधिकारी बात करने से बचते नजर आए. बताया जा रहा है कि एक-दो दिन में कंपनी के बड़े अधिकारी बीकानेर आएंगे और ग्रामीणों से बात कर इस मामले का हल निकालेंगे.