बीकानेर. जिले के पीबीएम अस्पताल में सरकारी स्तर पर संचालित होने वाली रसोई अभी उन लोगों के लिए अन्नपूर्णा बनी हुई है, जो अस्पताल में भर्ती हैं. दरअसल, पीबीएम अस्पताल में सरकारी स्तर पर रसोई घर बना हुआ है, जहां हर रोज भर्ती होने वाले मरीजों के लिए भोजन की व्यवस्था उपलब्ध होती है.
बता दें कि आमतौर पर आम दिनों में इस रसोई घर की ज्यादा उपयोगिता नहीं होती है. क्योंकि, अस्पताल के बाहर ढाबे और होटल खुले रहते है. वहीं, अस्पताल में भी निजी संस्था की ओर से भोजनालय संचालित किया जाता है, जिसके चलते यहां भर्ती होने वाले मरीज और उनके परिजनों को भोजन की दिक्कत नहीं होती है और स्थानीय स्तर पर भर्ती होने वाले मरीजों का भोजन घर से आ ही जाता है. दरअसल, कोरोना के प्रकोप के शुरू होने के साथ ही मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने एक भोजन कमेटी बना दी और इसमें डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की तैनाती कर दी.
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रसोईघर में बतौर प्रभारी ड्यूटी देने वाले नर्सिंग प्रभारी इमरान ने बताया कि कोरोना के सभी पॉजिटिव मरीजों के साथ ही आइसोलेशन और क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों की भोजन की व्यवस्था यहीं से होती है. उन्होंने बताया कि शुरुआत में 10 लोगों की व्यवस्था की गई. इसके बाद कुछ ऐसे दिन आए जब तीन सौ से ज्यादा लोगों को भी भोजन की व्यवस्था की गई. वहीं, कोरोना के मरीजों के साथ ही अन्य सभी को दूध, चाय, नाश्ता, भोजन और पानी की बोतल पूरी तरह से डिस्पोजल आइटम्स में पैक करके दी जाती है. इसके बाद काम में ली गई सभी सामग्री को बॉयोवेस्ट कर दिया जाता है.
रसोईघर में तैनात नर्सिंग कर्मचारी इमरान कहते हैं कि सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक पूरी तरह से मुस्तैद कर उन लोगों की जरूरत का भी ध्यान रखा जाता है. साथ ही अब रमजान का महीना शुरू हो गया है. ऐसे में रोजेदारों के लिए फल और अन्य व्यवस्था भी की जा रही है. इस पूरी व्यवस्था की मॉनिटरिंग डॉ. जयकुमार मिल के साथ ही अतिरिक्त प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ. लियाकत अली गौरी की कमेटी कर रही है.