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बीकानेर: NEET और JEE परीक्षा के विरोध में NSUI ने शुरू की सांकेतिक भूख हड़ताल

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Published : Aug 28, 2020, 6:25 PM IST

Updated : Aug 28, 2020, 6:42 PM IST

NEET और JEE परीक्षा के विरोध में एनएसयूआई का दिल्ली में 3 दिन से धरना चल रहा है. इसी के समर्थन में बीकानेर में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने राजकीय डूंगर महाविद्यालय के गेट पर सांकेतिक रूप से भूख हड़ताल शुरू कर दी है.

Bikaner NSUI Protest, NEET and JEE Exam
NEET और JEE परीक्षा आयोजित कराने के विरोध में NSUI की भूख हड़ताल

बीकानेर. कोरोना महामारी के बीच NEET और JEE की होने वाली परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर एनएसयूआई का सत्याग्रह आंदोलन जारी है. जिले के एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने राजकीय डूंगर महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर शुक्रवार को नारेबाजी कर विरोध जताया.

NEET और JEE परीक्षा आयोजित कराने के विरोध में NSUI की भूख हड़ताल

इस मौके पर एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रामनिवास कूंकणा ने बताया कि नीट और जेईई की परीक्षा आयोजित करवाने के विरोध में एनएसयूआई राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में दिल्ली में 3 दिन से धरना चल रहा है. इसके समर्थन में आज हमने छात्र सत्याग्रह शुरू किया है. हम सांकेतिक रूप से भूख हड़ताल कर केंद्र सरकार के इस फैसले का विरोध करते हैं.

पढ़ें- कांग्रेस के प्रदर्शन में शामिल हुए पायलट, कहा- केंद्र सरकार को छोड़नी होगी अपनी जिद

उन्होंने बताया कि कोरोना काल में नीट, जेईई की परीक्षा करवाना किसी प्रकार से उचित नहीं है. परीक्षा लेना मतलब छात्रों की जान के साथ खेलने के सामान होगा. सरकार बिना किसी भेदभाव किए सभी छात्र छात्राओं को प्रमोट करे. अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं आयोजित करवाने का निर्णय वापस नहीं लिया तो पूरे देश में विद्यार्थी सड़कों पर उतर कर सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे, क्योंकि हमारे लिए प्रत्येक विद्यार्थी का जीवन महत्वपूर्ण है, जिसे बचाने के लिए राष्ट्रव्यापी आंदोलन कर रहे हैं.

पढ़ें- जयपुर: कांग्रेस के धरने में कार्यकर्ता की संख्या कम, कोरोना गाइडलाइन की भी उड़ाई धज्जियां

साथ ही कहा कि एक ओर पूरे देश मे रेल और बसों का परिचालन नहीं हो रहा है. छात्रों के पास आवागमन के साधन ही नहीं हैं, तो वे परीक्षा केंद्र कैसे पहुंचेंगे. वहीं पूरे भारत में कोरोना के लाखों की संख्या में केस पहुंच गए हैं. ऐसे में परीक्षा लेना कहीं से उचित नहीं है. सरकार को तत्काल परीक्षा पर रोक लगानी चाहिए, जिससे छात्रों का भविष्य और जान को बचाया जा सके.

बीकानेर. कोरोना महामारी के बीच NEET और JEE की होने वाली परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर एनएसयूआई का सत्याग्रह आंदोलन जारी है. जिले के एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने राजकीय डूंगर महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर शुक्रवार को नारेबाजी कर विरोध जताया.

NEET और JEE परीक्षा आयोजित कराने के विरोध में NSUI की भूख हड़ताल

इस मौके पर एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रामनिवास कूंकणा ने बताया कि नीट और जेईई की परीक्षा आयोजित करवाने के विरोध में एनएसयूआई राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में दिल्ली में 3 दिन से धरना चल रहा है. इसके समर्थन में आज हमने छात्र सत्याग्रह शुरू किया है. हम सांकेतिक रूप से भूख हड़ताल कर केंद्र सरकार के इस फैसले का विरोध करते हैं.

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उन्होंने बताया कि कोरोना काल में नीट, जेईई की परीक्षा करवाना किसी प्रकार से उचित नहीं है. परीक्षा लेना मतलब छात्रों की जान के साथ खेलने के सामान होगा. सरकार बिना किसी भेदभाव किए सभी छात्र छात्राओं को प्रमोट करे. अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं आयोजित करवाने का निर्णय वापस नहीं लिया तो पूरे देश में विद्यार्थी सड़कों पर उतर कर सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे, क्योंकि हमारे लिए प्रत्येक विद्यार्थी का जीवन महत्वपूर्ण है, जिसे बचाने के लिए राष्ट्रव्यापी आंदोलन कर रहे हैं.

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साथ ही कहा कि एक ओर पूरे देश मे रेल और बसों का परिचालन नहीं हो रहा है. छात्रों के पास आवागमन के साधन ही नहीं हैं, तो वे परीक्षा केंद्र कैसे पहुंचेंगे. वहीं पूरे भारत में कोरोना के लाखों की संख्या में केस पहुंच गए हैं. ऐसे में परीक्षा लेना कहीं से उचित नहीं है. सरकार को तत्काल परीक्षा पर रोक लगानी चाहिए, जिससे छात्रों का भविष्य और जान को बचाया जा सके.

Last Updated : Aug 28, 2020, 6:42 PM IST
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