बीकानेर. कांग्रेस के किसान सम्मेलन में उपचुनाव की तैयारियां देखने को मिली और भीड़ जुटाने के लिए सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग जैसी बात भी सामने आई. दरअसल, सुजानगढ़ उपचुनाव को लेकर श्रीडूंगरगढ़ और सुजानगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्र धनेरू गांव में शनिवार को आयोजित कांग्रेस के किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा, ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला, महिला बाल विकास विभाग मंत्री ममता भूपेश सहित पूर्व मंत्री और विधायक मौजूद रहे.
सम्मेलन के बाद वहां मौजूद महिलाओं ने हंगामा मचाया. महिलाओं से ईटीवी भारत ने जानकारी ली तो सामने आया कि ये सभी महिलाएं आशा सहयोगिनी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं और उन्हें मंत्री ममता भूपेश से मिलाने के नाम पर बुलाया गया था. साथ में लाभार्थियों को भी लेकर आई.
मंत्री ममता भूपेश के काफिले को महिलाओं ने रोका
दरअसल, सम्मेलन खत्म होने के बाद वहां से गुजर रही मंत्री ममता भूपेश के काफिले को इन महिलाओं ने रोक लिया और कार के आगे खड़ी हो गई. इस दौरान जब मंत्री ममता भूपेश से ईटीवी भारत ने बातचीत की तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस तरह की कोई जानकारी नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की जो समस्याएं थी, उसको लेकर जयपुर में वार्ता हो चुकी है. ऐसे में यहां अब दोबारा बात करने का कोई मतलब नहीं है.
बजट में उनके हित में कोई बात नहीं है: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
वहीं, दूसरी ओर मंत्री ममता भूपेश के सामने ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा कि बजट में उनके हित की कोई बात नहीं है. आज इसी को लेकर उन्हें सम्मेलन में बुलाया गया था कि मंत्री ममता भूपेश से उन्हें मिलवाया जाएगा और उनकी समस्याओं को लेकर चर्चा की जाएगी, लेकिन यहां केवल उन्हें भीड़ जुटाने के नाम पर बुलाया गया. हालांकि, इससे पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पूर्व मंत्री हमीदा बेगम के काफिले को भी रोक लिया और उनसे भी इस बारे में सवाल जवाब किया.