बीकानेर. जिला कलेक्ट्रेट पर राजस्थानी भाषा की मान्यता को लेकर चल रहे धरने के दौरान मदरसा पैरा टीचर्स ने कैबिनेट मंत्री डाॅ बीडी कल्ला को अपनी अपनी मांगों को लेकर खूब खरी-खोटी सुनाई. बता दें, मदरसा टीचर अपने स्थायीकरण को लेकर पिछले काफी दिनों से आंदोलन कर रहे हैं.
मदरसा पैरा टीचर्स प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को स्थायीकरण की मांग की. इस दौरान मदरसा पैरा टीचर्स के जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार से स्थायीकरण की उम्मीद थी, लेकिन हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं.
इस दौरान उन्होंने सरकार को जमकर कोसा और कहा कि सरकार ने आज तक मदरसा टीचर्स के लिए कुछ नहीं किया, यहां तक की एक चॉक का टुकड़ा भी नहीं दिया है. सरकार उनको 17 सालों से आश्वासन के नाम की लॉलीपॉप खिला रही है.
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मदरसा टीचर्स ने कहा कि हम कांग्रेस के पारंपरिक वोटर्स है, इसके बावजूद भी हमारी जायज मांगों पर राज्य सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है. गहलोत सरकार द्वारा गुरुवार को पारित बजट में भी मदरसा टीचर्स के लिए इस बजट में कोई भी प्रावधान नहीं रखा गया है, जिससे मदरसा टीचर्स में भारी रोष है.
जिलाध्यक्ष का कहना है कि हम पिछले 17 सालों से अपनी मांगों के लिए संघर्षरत है, लेकिन सरकार चाहे कोई भी हो हमारी जायज मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही, हर बार आश्वासन दे दिया जाता है. मदरसा टीचर अपने स्थायीकरण को लेकर पिछले काफी दिनों से आंदोलन कर रहे हैं.