बीकानेर. प्रदेश में चल रहे सियासी संकट से पार पाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूरा जोर लगा रहे हैं. 28 दिनों से विधायकों की बाड़ेबंदी की हुई है. जहां एक तरफ गहलोत ने विधायकों को पहले जयपुर के फेयरमाउंट होटल और बाद में जैसलमेर के सूर्यगढ़ होटल में रखा हुआ है तो वहीं सचिन पायलट ने अपने समर्थक विधायकों को हरियाणा में बाड़ेबंदी की हुई है.
बीकानेर में उर्जा मंत्री बीडी कल्ला के समर्थक कांग्रेसी नेताओं ने यज्ञ हवन कर सरकार पर आए संकट को टालने के लिए भगवान से प्रार्थना की. जिले के फूल नात तालाब बगीची में गुरुवार को परशुराम सेवा समिति के अध्यक्ष नवरतन व्यास की अगुवाई में वेद पाठी ब्राह्मणों ने सरकार पर आए संकट को टालने के लिए हवन किया. नवरतन व्यास ने बताया कि सरकार बेहतर तरीके से काम कर रही है लेकिन कुछ विधायक भ्रमित हो गए हैं. ऐसे में भगवान से उन्हें सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की है, और सरकार पर आए संकट को टालने के लिए भगवान से प्रार्थना की है.
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राजस्थान में सियासी संकट 10 जुलाई को अपने चरम पर पहुंच गया था. जब एसओजी ने उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त मामले में नोटिस भेज कर बयान दर्ज करवाने को कहा था. जिसके बाद सचिन पायलट ने 18 समर्थक विधायकों के साथ बगावत कर दी. जहां भाजपा इसे कांग्रेस का अंदरुनी मामला बता रही है तो गहलोत ने पायलट पर भाजपा के साथ मिलकर सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया है. प्रदेश में 14 अगस्त से विधानसभा सत्र शुरू होगा. जिसमें ये देखना दिलचस्प होगा कि प्रदेश की राजनीति किस करवट बैठती है.