बीकानेर. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जुबानी हमला बोला. उन्होंने कहा कि एक साल पहले सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों के मानेसर कैंप में जाने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा नेताओं पर इसका दोष मढ़ा था. विधायकों की निगरानी के लिए बाउंसर लगाने का आरोप भी लगाया.
उन्होंने कहा कि उस समय प्रधानमंत्री से लेकर खुद उनका नाम लिया गया, लेकिन इस बात को अब एक साल हो गया है वे सारे विधायक कांग्रेस में ही हैं. लेकिन किसी भी विधायक ने भाजपा नेताओं पर कोई आरोप नहीं लगाया. शेखावत ने फोन टैपिंग मामले में सीएम के ओएसडी लोकेश शर्मा का बिना नाम लिए कहा कि उस मामले में कानून अपना काम करेगा. वे कोई ना कोई बहाना बनाकर जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. अब तो कोर्ट ने भी उन्हें जांच में सहयोग करने के लिए निर्देशित किया है.
पंजाब में भाजपा मजबूत
खुद के पंजाब प्रभारी के तौर पर जमीनी हकीकत को लेकर एक सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले अकाली दल के साथ भाजपा का गठबंधन था और भाजपा जूनियर पार्टनर के रूप में थी. लेकिन अब भाजपा का संगठन मजबूत है. मैंने खुद इसे महसूस किया है और आने वाले समय में यह सब के सामने आएगा.
अभिनेत्री के बयान पर टिप्पणी नहीं करना चाहिए
केंद्रीय मंत्री ने फिल्म अभिनेत्री कंगना रानौत के पद्मश्री मिलने के बाद आजादी को लेकर दिए बयान को लेकर कहा कि उन्हें नहीं लगता कि किसी फिल्म अभिनेत्री के बयान पर कोई टिप्पणी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने काफी संघर्ष किया और 1947 और 1857 की क्रांति में कई ऐसे स्वतंत्रता सेनानी भी रहे जो अनाम थे. उनका योगदान था. वे सभी लोग हमारे आदर्श हैं. उन्होंने कहा कि 135 करोड़ लोगों के लिए वे प्रातः स्मरणीय और पूज्य हैं और हर व्यक्ति को उन्हें हर दिन याद करना चाहिए.
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राशिद अल्वी के बयान पर भी बोले
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी के विवादित बयान को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की जमीन खिसक गई है. रेड कारपेट छिन गया है और अब उन्हें भाजपा के लोग पता नहीं क्या क्या दिखते हैं.
उपचुनाव 2023 का दर्पण नहीं
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने उपचुनाव में भाजपा की हार पर कहा कि मैंने पहले भी कहा है और आज फिर कह रहा हूं कि 2023 के चुनाव में प्रदेश से कांग्रेस की सरकार के कुशासन को उखाड़ फेंकने के लिए जनता तैयारी कर रही है. किसी को यह गलतफहमी नहीं पालनी चाहिए कि उपचुनाव का परिणाम 2023 के चुनाव का दर्पण है.