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बीकानर में कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियां शुरू, सरकारी के साथ निजी अस्पतालों में भी होगा टीकाकरण

बीकानर में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. को-विन सॉफ्टवेयर के मार्फत प्रतिदिन लाभार्थियों का डाटा अपडेट हो रहा है. बीकानेर में सरकारी के साथ निजी अस्पतालों में भी कोविड टीकाकरण किया जाएगा.

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Published : Jan 5, 2021, 1:49 AM IST

Updated : Jan 5, 2021, 2:40 AM IST

covid vaccination in bikaner, private hospitals
निजी अस्पतालों में भी होगा कोविड टीकाकरण

बीकानेर. कोविड-19 टीकाकरण को लेकर तैयारियां चरम पर हैं. को-विन सॉफ्टवेयर के मार्फत प्रतिदिन लाभार्थियों का डाटा अपडेट हो रहा है. बीकानेर शहरी क्षेत्र के 8 बड़े निजी चिकित्सालय में भी कोविड टीकाकरण किया जाएगा. यहां उन्हीं के अस्पताल के समस्त स्टाफ को कोविड वैक्सीन दी जाएगी. इनमें कोठारी, एमएन, डीटीएम, जीवन रक्षा, सुगनी देवी, मारवाड़ और चलाना अस्पताल शामिल है. शेष निजी अस्पतालों और लैब-डायग्नोस्टिक केंद्रों के स्टाफ का टीकाकरण नजदीकी पीएचसी पर होगा. इसके अलावा बीएसएफ, आर्मी और ईएसआईसी अस्पतालों के स्वास्थ्य कर्मियों और स्टाफ को भी प्रथम चरण में वैक्सीन मिलेगी. तैयारियों को लेकर सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आमुखीकरण कार्यशाला आयोजित हुई.

कोविड वैक्सीनेशन अभियान के जिला नोडल अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर ए एच गौरी ने कहा कि समस्त निजी अस्पतालों पर टीकाकरण बूथ स्थापित किए जाएंगे. साथ ही उन्होंने समस्त कोविड प्रोटोकॉल्स के साथ सत्र आयोजित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने आर्मी और बीएसएफ क्षेत्रों के अस्पतालों में भी टीकाकरण की तैयारियों को भारत सरकार के प्रोटोकॉल अनुसार अंतिम रूप देने को कहा है. सीएमएचओ डॉ. सुकुमार कश्यप ने बताया कि टीकाकरण स्थल पर सत्र आयोजित करने के लिए अस्पताल को ऐसे तीन कमरे आरक्षित करने होंगे, जिनसे नियमित ओपीडी सेवाएं बाधित नहीं हो और लाभार्थियों का अन्य मरीजों से किसी प्रकार का संपर्क ना हो.

सत्र स्थल पर प्रवेश और निकास के लिए अलग व्यवस्था होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि दो ही दिन में को-विन सॉफ्टवेयर में डाटा फ्रीज हो जाएगा. इसलिए यदि किसी भी स्तर पर कोई हेल्थ वर्कर छूट रहा है तो उसका डाटा भी अपडेट करवा दिया जाए. जिनका स्थानांतरण हो गया है, उनकी सूचना भी अद्यतन की जानी है. अभियान के सहायक नोडल अधिकारी एवं आरसीएचओ डॉ. आर के गुप्ता ने बताया कि वैक्सीन देने के बाद प्रत्येक लाभार्थी को आधा घंटा निगरानी कक्ष में सुनिश्चित रूप से गुजारने होंगे.

यह भी पढ़ें- जैसलमेर में भी 12 से अधिक कौओं की मौत, बर्ड फ्लू की दस्तक से खौफ

इस दौरान अथवा उसके बाद में यदि किसी प्रकार का एलर्जी साइड इफेक्ट या समस्या महसूस होती है, तो पुख्ता तौर पर एईएफआई प्रबंधन व्यवस्था मौजूद रहेगी. आवश्यकता होने पर लाभार्थी को एंबुलेंस के मार्फत पीबीएम अस्पताल भेजा जाएगा, जहां विशेषज्ञों की एईएफआई प्रबंधन टीम मौजूद रहेगी. यूएनडीपी के संभागीय समन्वयक योगेश शर्मा ने पीपीटी प्रेजेंटेशन से टीकाकरण सत्र से संबंधित समस्त प्रशिक्षण दिया. इस अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉ. अनुरोध तिवारी और जिला आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य सहित विभिन्न निजी अस्पतालों, आर्मी, बीएसएफ और ईएसआईसी अस्पतालों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.

बीकानेर. कोविड-19 टीकाकरण को लेकर तैयारियां चरम पर हैं. को-विन सॉफ्टवेयर के मार्फत प्रतिदिन लाभार्थियों का डाटा अपडेट हो रहा है. बीकानेर शहरी क्षेत्र के 8 बड़े निजी चिकित्सालय में भी कोविड टीकाकरण किया जाएगा. यहां उन्हीं के अस्पताल के समस्त स्टाफ को कोविड वैक्सीन दी जाएगी. इनमें कोठारी, एमएन, डीटीएम, जीवन रक्षा, सुगनी देवी, मारवाड़ और चलाना अस्पताल शामिल है. शेष निजी अस्पतालों और लैब-डायग्नोस्टिक केंद्रों के स्टाफ का टीकाकरण नजदीकी पीएचसी पर होगा. इसके अलावा बीएसएफ, आर्मी और ईएसआईसी अस्पतालों के स्वास्थ्य कर्मियों और स्टाफ को भी प्रथम चरण में वैक्सीन मिलेगी. तैयारियों को लेकर सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आमुखीकरण कार्यशाला आयोजित हुई.

कोविड वैक्सीनेशन अभियान के जिला नोडल अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर ए एच गौरी ने कहा कि समस्त निजी अस्पतालों पर टीकाकरण बूथ स्थापित किए जाएंगे. साथ ही उन्होंने समस्त कोविड प्रोटोकॉल्स के साथ सत्र आयोजित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने आर्मी और बीएसएफ क्षेत्रों के अस्पतालों में भी टीकाकरण की तैयारियों को भारत सरकार के प्रोटोकॉल अनुसार अंतिम रूप देने को कहा है. सीएमएचओ डॉ. सुकुमार कश्यप ने बताया कि टीकाकरण स्थल पर सत्र आयोजित करने के लिए अस्पताल को ऐसे तीन कमरे आरक्षित करने होंगे, जिनसे नियमित ओपीडी सेवाएं बाधित नहीं हो और लाभार्थियों का अन्य मरीजों से किसी प्रकार का संपर्क ना हो.

सत्र स्थल पर प्रवेश और निकास के लिए अलग व्यवस्था होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि दो ही दिन में को-विन सॉफ्टवेयर में डाटा फ्रीज हो जाएगा. इसलिए यदि किसी भी स्तर पर कोई हेल्थ वर्कर छूट रहा है तो उसका डाटा भी अपडेट करवा दिया जाए. जिनका स्थानांतरण हो गया है, उनकी सूचना भी अद्यतन की जानी है. अभियान के सहायक नोडल अधिकारी एवं आरसीएचओ डॉ. आर के गुप्ता ने बताया कि वैक्सीन देने के बाद प्रत्येक लाभार्थी को आधा घंटा निगरानी कक्ष में सुनिश्चित रूप से गुजारने होंगे.

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इस दौरान अथवा उसके बाद में यदि किसी प्रकार का एलर्जी साइड इफेक्ट या समस्या महसूस होती है, तो पुख्ता तौर पर एईएफआई प्रबंधन व्यवस्था मौजूद रहेगी. आवश्यकता होने पर लाभार्थी को एंबुलेंस के मार्फत पीबीएम अस्पताल भेजा जाएगा, जहां विशेषज्ञों की एईएफआई प्रबंधन टीम मौजूद रहेगी. यूएनडीपी के संभागीय समन्वयक योगेश शर्मा ने पीपीटी प्रेजेंटेशन से टीकाकरण सत्र से संबंधित समस्त प्रशिक्षण दिया. इस अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉ. अनुरोध तिवारी और जिला आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य सहित विभिन्न निजी अस्पतालों, आर्मी, बीएसएफ और ईएसआईसी अस्पतालों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.

Last Updated : Jan 5, 2021, 2:40 AM IST
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