बीकानेर. नगर निगम चुनाव में महापौर का पद और अपना बोर्ड बनाने को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच मची होड़ में कौन जीतेगा, काफी हद तक इसकी तस्वीर मंगलवार को परिणाम के बाद साफ हो सकती है. हालांकि, पार्षद प्रत्याशियों का परिणाम आने से इससे पहले ही भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने अपने-अपने प्रत्याशियों के साथ बाड़ाबंदी शुरू कर दी है.
दरअसल, शनिवार को 80 वार्डों के लिए हुए चुनाव के बाद प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी की दोनों पार्टी की योजना थी. लेकिन कई दिनों की थकान के चलते पार्षद प्रत्याशी उस दिन नेताओं के कहने पर बाड़ाबंदी को लेकर तैयार नहीं हुए और रविवार शाम के बाद ही प्रत्याशी पार्टी के निर्धारित कैंप में पहुंचना शुरू हुए. जो सोमवार को पूरी तरह से संख्या बल के साथ पहुंच गए. भाजपा ने बीकानेर के देशनोक में एक धर्मशाला में अपने पार्टी के पार्षद प्रत्याशियों को रुकवाया है.
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वहीं कांग्रेस ने बीकानेर के एक निजी रिसॉर्ट में अपने सभी प्रत्याशियों को ठहराया है. हालांकि, कांग्रेस ने एक और जगह पर अपनी बाड़ेबंदी का कैंप बनाया है. जहां पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ने वाले और जीत की संभावना रख रहे प्रत्याशियों को ठहराया गया है. भाजपा की ओर से बाड़ेबंदी की कमान पूर्व मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी और प्रदेश महामंत्री काशीराम गोदारा के हाथ में सौंपी गई है तो वहीं कांग्रेस की ओर से पूरी तरह से यह कमान मंत्री बीडी कल्ला के नजदीकी माने जा रहे लोगों के पास में है.