बीकानेर. जिला मूंगफली उत्पादन में भी बड़ा स्थान रखता है. मूंगफली का सीजन के शुरू होने के साथ ही यहां सरकारी स्तर पर मूंगफली की खरीद हो रही है. साथ ही बीकानेर अनाज मंडी में बड़ी मात्रा में मूंगफली की आवक हो रही है. हर दिन मंडी में 80 हजार से एक लाख बोरी मूंगफली की आवक हो रही है. वहीं, हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि विधेयक का भी कोई असर मूंगफली की आवक पर नहीं दिख रहा है.
पढ़ें: बड़ी राहत: राज्य कर्मचारियों को Corona संक्रमित होने पर मिलेगा Special Leave...
बीकानेर कच्ची आढ़त संघ के पूर्व अध्यक्ष मोतीलाल सेठिया कहते हैं कि मूंगफली के बाजार भाव और समर्थन मूल्य में ज्यादा अंतर नहीं है. इसलिए किसान मंडी में ही उसको बेचने में रुचि ले रहे हैं. साथ ही सरकार की ओर से टोकन व्यवस्था की प्रक्रिया देरी से शुरू की गई है, जिसके चलते किसानों ने मंडी में ही अपनी फसल लाना शुरू कर दिया है. हाल ही में सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानून से मंडी में फसलों की आवक में फर्क पड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मूंगफली और मूंग के मामले में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है. लेकिन, गेहूं, सरसों और चने की फसल में मंडी में उपज कम आई है. इसके चलते व्यापारियों को नुकसान हुआ, वहीं सरकार को भी राजस्व का नुकसान हुआ है, लेकिन मूंगफली और मूंग के मामले में ऐसा नहीं है.
पढ़ें: राजस्थान : विचाराधीन मामलों के शीघ्र निस्तारण के लिए 52 नए न्यायालयों की होगी स्थापना
गौरतलब है कि बीकानेर मूंगफली उत्पादन का बड़ा उत्पादन केंद्र है और बीकानेर अनाज मंडी मूंगफली की विशिष्ट अनाज मंडी के रूप में प्रसिद्ध है. बीकानेर अनाज मंडी में बड़ी मात्रा में मूंगफली की आवक होती है. बीकानेर से बड़ी मात्रा में प्रदेश के अन्य जिलों के साथ ही अन्य राज्यों में मूंगफली गोटा भेजा जाता है.