भीलवाड़ा. जिले के जहाजपुर उपखंड अधिकारी के चालक की बजरी माफियाओं द्वारा कुचलकर हत्या के बाद जिला प्रशासन ने बजरी पर लगाम लगाने के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन किया है. इसके बाद शनिवार शाम और रात को जिले से गुजरने वाली नदियों में छापामार कार्रवाई की गई, जहां हजारों टन बजरी के स्टॉक पर कार्रवाई करते हुए 6 एफआईआर भी दर्ज की गई है.
भीलवाड़ा जिला कलेक्टर के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए क्षेत्र में हजारों टन बजरी और 22 वाहन जप्त किए गए हैं. इस दौरान 5 सेपरेटर और गार्नेट रेत का जखीरा भी बरामद किया गया है. साथ ही विभिन्न थानों में 6 एफ आई आर भी दर्ज की गई है. जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने बताया कि अतिरिक्त जिला कलेक्टर एनके राजौरा अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं. उनके निर्देशन में जिले के कोटडी, जहाजपुर आदि क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है.
यह भी पढ़ेंः भारत में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 9,195 तक पहुंची, 1.49 लाख से अधिक केस एक्टिव
कोटडी में 8 ट्रेक्टर, 2 ट्रेलर, 5 डंपर जप्त किए गए हैं. वहीं जहाजपुर में सात ट्रैक्टर जब्त किए गए हैं. वही माण्डलगढ़ क्षेत्र के जीवा का खेड़ा में 22000 टन बजरी का अवैध स्टॉक बरामद किया गया है, जिसे जेसीबी द्वारा फिर से नदी में डलवाया जा रहा है और समतल किया जा रहा है. अभियान के तहत पारोली में 4000 टन और कोटडी में 500 टन गारनेट सेंड का जखीरा भी बरामद किया गया. भोजपुरा एवं शाहपुरा में 5 सेपरेटर जब्त किए गए हैं. उन्होंने बताया कि कोटडी में एक, पारोली में 2 और बड़लियास में 3 एफआईआर दर्ज करवाई गई है.
यह भी पढ़ें- Hotel Politics के बीच दिल्ली रवाना हुए पायलट, इन दो बड़े नेताओं से कर सकते हैं मुलाकात
जिला कलेक्टर ने बताया कि जहाजपुर क्षेत्र में नदीं में खनन और परिवहन करने वाले 20 स्थानों के रास्तों को खोद कर नष्ट कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि जिले में अवैध खनन एवं परिवहन करने वालों को किसी भी तरह से बख्शा नहीं जाएगा. प्रशासन की ओर से तहसील वार गठित टीमों को बजरी माफिया के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं, जिसके परिणाम सामने आ रहे हैं. अभियान के तहत आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी. विशेष दलों में राजस्व, खान, पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारी शामिल हैं.