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11 माह बाद में आज कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों लिए फिर बजी स्कूल की घंटी, भीलवाड़ा जिले 572 उच्‍च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षण प्रारंभ - सोशल डिस्‍टेसिंग की पालना

देश में फैले कोरोना संक्रमण के कारण स्कूलों को बंद कर दिया गया था. जिसके बाद अब फिर से सोमवार से 11 माह बाद कक्षा 6 से 8 तक बच्चों के लिए स्कूलों को खोल दिया गया है.

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प्रदेश में कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों के लिए खोले गए स्कूल
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Published : Feb 8, 2021, 9:48 PM IST

भीलवाड़ा. जिले में कोरोना संक्रमण के चलते लगे लॉकडाउन के 11 माह बाद में सोमवार से कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों लिए फिर स्कूल की घंटी बज गई है. जिले के 572 उच्‍च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षण प्रारंभ हो गया. विद्यालयों में छात्र - छात्राओं को मास्‍क और सैनिटाइजर के साथ ही प्रवेश दिया जा रहा है. इसके साथ ही सोशल डिस्‍टेसिंग की पालना के लिए एक दिन छोड़कर कक्षा के 50-50 प्रतिशत छात्रों को बुलाया जा रहा है.

जिला शिक्षा अधिकारी ब्रह्माराम चौधरी ने कहा कि राज्‍य सरकार के आदेश से कक्षा 6 से 8 तक विद्यालयों में सोमवार से शिक्षण प्रारंभ किया गया है. जिले की 572 विद्यालयों में 97 हजार 992 छात्रों का नामांकन है. इनमें से एक दिन 50 प्रतिशत और दुसरे दिन 50 प्रतिशत बच्‍चों को ही बुलाया जा रहा है. जिससे सोशल डिस्‍टेसिंग की पालना हो सकें.

भीमगंज उच्‍च प्राथमिक विद्यालय प्रथम की अध्‍यापिका प्रभा ने कहा कि हमने छात्रों को निर्देश दिए है कि वो किसी भी साथी से कोई भी वस्‍तु ना ले और आवश्‍यक दूरी बनाए रखें. इसके साथ ही कक्षाओं में भी सोशल डिस्‍टेसिंग की पालना करवाई जा रही है.

श्रीगंगानगर में खुले स्कूल

काफी लंबे समय बाद प्रदेश के सरकारी और निजी स्कूलों में कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों की पढ़ाई सोमवार से शुरू हो गई है. सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या प्राइवेट स्कूलों के मुकाबले ज्यादा है. सरकार की गाइडलाइन के अनुसार एक कमरे में 50 फीसदी बच्चे बेठ सकेगें. इससे पहले सरकार ने पहले चरण में 9वीं से 12वीं तक के बच्चों के स्कूल खोल दिए थे.

सोमवार को जब स्कूल खुले तो स्कूलों में बच्चों का टीचर की ओर से स्वागत किया गया. स्कूलों में 11 माह बाद आए बच्चों का स्वागत किया गया. बच्चे और टीचर खुश नजर आ रहे हैं. बच्चे अपने फ्रेंड्स के साथ पाकर उत्साहित दिख रहे थे. कुछ स्कूलों में बच्चे स्कूल यूनिफॉर्म में नहीं थे.

11 महीने से घरों में कैद विद्यार्थी अब स्कूल में पढ़ाई करेंगे. परिजनों ने कोरोना के कारण बच्चों को बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा था जिसके चलते वे लम्बे समय से घर पर ही रह रहे थे. ऐसे में सोमवार को स्कूल खुले तो बच्चे अपनी-अपनी कक्षाओं की ओर दौड़ पड़े. पहले दिन करीब 80% से ज्यादा विद्यार्थियों के स्कूल में आने से स्कूलो में काफी हलचल नजर आई.

पढ़ें- निकाय चुनाव: भीलवाड़ा जिले में सातों जगह नामांकन दाखिल, भाजपा-कांग्रेस से ये होंगे प्रत्याशी

श्रीगंगानगर शहर के अधिकतर स्कूलों में सोमवार से कक्षाएं लगनी शुरू हो गई है.स्कूल प्रबंधन विद्यार्थियों को स्कूल में आने से पहले कोरोना से बचने के लिए तमाम प्रकार की गाइडलाइन की पालना करते हुए मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने का निर्देश दे रहे हैं. जिले के सरकारी स्कूलों में विधार्थियो का सिलेबस तेजी से करवाया जाएगा ताकि परीक्षा से पहले सभी कक्षाओ के विधार्थी तेयारी पूरी कर ले.

भीलवाड़ा. जिले में कोरोना संक्रमण के चलते लगे लॉकडाउन के 11 माह बाद में सोमवार से कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों लिए फिर स्कूल की घंटी बज गई है. जिले के 572 उच्‍च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षण प्रारंभ हो गया. विद्यालयों में छात्र - छात्राओं को मास्‍क और सैनिटाइजर के साथ ही प्रवेश दिया जा रहा है. इसके साथ ही सोशल डिस्‍टेसिंग की पालना के लिए एक दिन छोड़कर कक्षा के 50-50 प्रतिशत छात्रों को बुलाया जा रहा है.

जिला शिक्षा अधिकारी ब्रह्माराम चौधरी ने कहा कि राज्‍य सरकार के आदेश से कक्षा 6 से 8 तक विद्यालयों में सोमवार से शिक्षण प्रारंभ किया गया है. जिले की 572 विद्यालयों में 97 हजार 992 छात्रों का नामांकन है. इनमें से एक दिन 50 प्रतिशत और दुसरे दिन 50 प्रतिशत बच्‍चों को ही बुलाया जा रहा है. जिससे सोशल डिस्‍टेसिंग की पालना हो सकें.

भीमगंज उच्‍च प्राथमिक विद्यालय प्रथम की अध्‍यापिका प्रभा ने कहा कि हमने छात्रों को निर्देश दिए है कि वो किसी भी साथी से कोई भी वस्‍तु ना ले और आवश्‍यक दूरी बनाए रखें. इसके साथ ही कक्षाओं में भी सोशल डिस्‍टेसिंग की पालना करवाई जा रही है.

श्रीगंगानगर में खुले स्कूल

काफी लंबे समय बाद प्रदेश के सरकारी और निजी स्कूलों में कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों की पढ़ाई सोमवार से शुरू हो गई है. सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या प्राइवेट स्कूलों के मुकाबले ज्यादा है. सरकार की गाइडलाइन के अनुसार एक कमरे में 50 फीसदी बच्चे बेठ सकेगें. इससे पहले सरकार ने पहले चरण में 9वीं से 12वीं तक के बच्चों के स्कूल खोल दिए थे.

सोमवार को जब स्कूल खुले तो स्कूलों में बच्चों का टीचर की ओर से स्वागत किया गया. स्कूलों में 11 माह बाद आए बच्चों का स्वागत किया गया. बच्चे और टीचर खुश नजर आ रहे हैं. बच्चे अपने फ्रेंड्स के साथ पाकर उत्साहित दिख रहे थे. कुछ स्कूलों में बच्चे स्कूल यूनिफॉर्म में नहीं थे.

11 महीने से घरों में कैद विद्यार्थी अब स्कूल में पढ़ाई करेंगे. परिजनों ने कोरोना के कारण बच्चों को बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा था जिसके चलते वे लम्बे समय से घर पर ही रह रहे थे. ऐसे में सोमवार को स्कूल खुले तो बच्चे अपनी-अपनी कक्षाओं की ओर दौड़ पड़े. पहले दिन करीब 80% से ज्यादा विद्यार्थियों के स्कूल में आने से स्कूलो में काफी हलचल नजर आई.

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श्रीगंगानगर शहर के अधिकतर स्कूलों में सोमवार से कक्षाएं लगनी शुरू हो गई है.स्कूल प्रबंधन विद्यार्थियों को स्कूल में आने से पहले कोरोना से बचने के लिए तमाम प्रकार की गाइडलाइन की पालना करते हुए मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने का निर्देश दे रहे हैं. जिले के सरकारी स्कूलों में विधार्थियो का सिलेबस तेजी से करवाया जाएगा ताकि परीक्षा से पहले सभी कक्षाओ के विधार्थी तेयारी पूरी कर ले.

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