भीलवाड़ा. जिले के रायला थाना क्षेत्र के मोतीबोर खेड़ा गांव में स्थित नवग्रह आश्रम देश के सैनिकों के लिए अनूठा कार्य कर रहा है. जहां आयुर्वेदिक औषधियां बनाकर यहां आये देश और विदेश के कोने-कोने से गंभीर बीमारियों वाले मरीजों का आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज किया जाता है.
नवग्रह आश्रम में 111 तरह के आयुर्वेदिक पौधे लगाए गए हैं. प्रत्येक पौधे पर उनका हिंदी, अंग्रेजी व वानस्पतिक नाम, पौधे का उपयोगी भाग और पौधे का उपयोग के बारे में स्लोगन लिखे हुए हैं. बता दें कि नवग्रह आश्रम के प्रमुख हंसराज चौधरी इस आश्रम में शुक्रवार, शनिवार और रविवार को देश के कोने-कोने से आए मरीजों का इलाज करते हैं.
शुक्रवार को किडनी, लीवर, शुगर, मिर्गी सहित विभिन्न रोगों का इलाज किया जाता है. शनिवार और रविवार को गंभीर बीमारी कैंसर का इलाज किया जाता है. नवग्रह आश्रम के प्रमुख का कहना है कि देश की सेना में कार्यरत सैनिक और सेवानिवृत्त सैनिकों को कितनी भी गंभीर बीमारी हो यहां उसका निशुल्क इलाज किया जाता है.
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बिहार से आए मरीज
ईटीवी भारत की टीम आश्रम पहुंची तो वहां काफी संख्या में मरीज दिखाई दिए. अपने भाई का इलाज करवाने बिहार के सिवान से आए समीर अहमद ने बताया कि मेरे भाई को किडनी की प्रॉब्लम है. उनको देश के नामचीन अस्पताल में दिखाया. वहां उन्हें डाक्टरों ने डायलिसिस करवाने और किडनी ट्रांसफर की सलाह दी, लेकिन इस आश्रम के बारे में पता चलने पर यहां आए और इलाज करवाया. अब उनके भाई की स्थिति ठीक है.
वहीं पंजाब से आए रामनाथ ने कहा कि वह अपनी बेटी को लेकर आएं हैं. उनकी बेटी को कैंसर की बीमारी है और वह गरीब हैं. बेटी का इलाज आयुर्वेद पद्धति से ले रहे हैं और बहुत ही सस्ता इलाज है और स्थिति में भी सुधार हुआ है.
आश्रम के संस्थापक हंसराज चौधरी ने बताया कि नवग्रह आश्रम की स्थापना हुए करीब 5 वर्ष से ज्यादा हो चुके हैं. जब केदारनाथ त्रासदी हुई तब मैं वहां मौजूद था और भगवान ने मुझे बचा लिया. बचने के बाद उस प्रेरणा से आज की तारीख में मेरा कैंसर रोग पर ज्यादा फोकस है. चौधरी ने दावा किया है कि यह दुनिया का सबसे ज्यादा फेमस आश्रम है. आज की तारीख में यहां बिना कीमोथेरेपी, बिना रेडियस के आयुर्वेद पद्धति से इलाज किया जाता है. 77 फीसदी यहां सफलता मिलती है यानी 100 में से 77 परसेंट जान बचा ली जाती हैं. जबकी इन बीमारियों का एलोपैथिक में इलाज दूर-दूर तक संभव नहीं है.
कोई चंदा नहीं लिया जाता
अगर चार्जेस की बात करें तो भारत में यह एक ऐसा संस्थान है सरकार व लोगों से कोई चंदा नहीं लिया जाता है. पूरे भारत में कार्यरत बीएसएफ, सीआईएसफ, भारतीय नेवी, एयरफोर्स और आर्मी के जवानों और सेवानिवृत्त सैनिकों को भी निशुल्क औषधि दी जाती है.
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हंसराज चौधरी ने कहा कि सेना उनके लिए सर्वोपरि है. वह सेना के जवानों के लिए पिछले 3 वर्ष से सम्मान के साथ यहां निशुल्क दवाई देते हैं. वहीं दूसरे मरीजों को किराए से सस्ती कैंसर की दवाई दी जाती है. यहां कनाडा, केनिया, शिकागो, जर्मनी, जापान व चीन से भी काफी संख्या में मरीज आए हैं.
उन्होंने बताया कि अफ्रीका के उद्योग मंत्री, अमेरिका के सांसद और भारत के 70 सांसद यहां अपने-अपने जानकार का इलाज करवाने आए हुए हैं. वहीं इलाज कर रहे वेद आचार्य डॉक्टर लोकपाल आचार्य ने बताया कि जो भी यहां से निकालता है, उनका निशुल्क इलाज किया जाता है. साथ ही यहां सैनिकों का सम्मान भी किया जाता है.