भीलवाड़ा. जिले में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देश पर शनिवार को भीलवाड़ा जिला सेशन एवं सत्र न्यायालय परिसर में पांचवी राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. जिसमें करीब 100 से अधिक प्रकार के समझौते जैसे दीवानी, फौजदारी, पारिवारिक, एमएसीटी, चेक अनादरण, श्रम बैंक रिकवरी के मामले सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारित किए गए.
पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश मुकेश भार्गव ने कहा कि इस वर्ष की अंतिम पांचवी राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है. हमने इसमें 11 बेंच रखी है, जो सभी प्रकार के छोटे-मोटे मुकदमों को शांतिपूर्वक और समझौते से सुलझाई गई. जिसमें प्री लिटिगेशन में 5500 और जिले से 4 हजार से अधिक मुकदमे इसमें रखे गए हैं. इसमें से 60 से 70 प्रतीशत मामले राजीनामे से निपटाए गए हैं. इसमें करीब 100 से अधिक प्रकार के समझौते के मामले रखे गए है.
पढ़ें- DGP भूपेंद्र यादव का भीलवाड़ा दौरा, कांस्टेबल ने उठाया पुलिस में लोकतंत्र नहीं होने का सवाल
बता दें कि राष्ट्रीय लोक अदालत में दोनों पक्षों को साथ-साथ बैठाकर आपसी बातचीत और राजीनामे के आधार पर विवाद का निस्तारण किया गया. राष्ट्रीय लोक अदालत का माहौल न्यायालय जैसा नहीं होकर औपचारिक और बहुत ही सहज होता है. लोक अदालत के समक्ष दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात खुलकर कह सकते हैं. राजीनामा किसी भी पर थोप कर नहीं किया जाता है, बल्कि दोनों पक्षों की स्वैच्छिक सहमति होने पर ही आदेश पारित किया जाता है.
पढ़ें- बैलगाड़ी पर होके सवार, चला है दूल्हा यार, कमरिया पे बांधे...
झुंझुनू में भी आयोजित हुई लोक अदालत
वहीं, झुंझुनू के खेतड़ी में भी शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. जहां दहेज व पारिवारिक मामले में उलझे एक दाम्पत्य गोविंद दास पुरा की सीमा व तोशाम हरियाणा के अनिल सिंह को जज करुणा शर्मा ने समझाइश कर मामला को शान्त कराया. इसके सात ही अदालत में ही दोनों ने एक-दूसरे को फूल-माला पहनाकर साथ रहने और साथ निभाने की कस्मे खाई. इस मौके पर विधिक सेवा समिति सचिव अभिजीत स्वामी, एडवोकेट विजय सिंह कसाणा, एडवोकेट सुभाष शर्मा, एडवोकेट विजेंद्र सैनी, एडवोकेट संजय सुरोलिया, एडवोकेट अजीत सिंह तंवर, नंदू सिंह, प्रवीण सिंह शेखावत सहित अनेक लोग मौजूद रहे.