भीलवाड़ा. मेवाड़ का प्रवेश द्वार कही जाने वाली कपड़ा नगरी भीलवाड़ा के बाशिंदे इस बार घरों में ही रहकर ईद मनाएंगे. शहर के अलग-अलग मौलानाओं ने भीलवाड़ा शहर के बाशिंदों से अपील की है, कि इस बार की ईद में ना तो नए कपड़े खरीदने जाएं और ना ही फिजूलखर्ची करें. बल्कि इन सबके बदले इन रुपयों का गरीब और जरूरतमंदों में दान करें.
ईटीवी से खास बातचीत करते हुए जामा मस्जिद मौलाना के हाफिजुर रहमान ने कहा, कि कोरोना वायरस की महामारी के चलते पूरा भीलवाड़ा इसका प्रकोप झेल रहा है. हम इस मुबारक महीने में भी मस्जिदों में इबादत करते समय दुआ करें, कि अल्लाह ताला हमारे गुनाहों को माफ करें. इसलिए में भीलवाड़ा शहर के तमाम बाशिंदों से अपील करता हूं, कि कोरोना वायरस के कहर में भीलवाड़ा शहरवासी सामूहिक रुप नमाज नहीं पढ़ें. बल्कि अपने घरों में ही रहकर ईद की नमाज अदा करें.
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दरअसल, वर्तमान समय में कोरोना वायरस अपना कहर बरसा रहा है. जिसके चलते मुस्लिम भाई ईद पर होने वाली नमाज को घरों में रहकर अदा करें और अल्लाह ताला से इबादत करें, कि जल्द से जल्द इस महामारी से पूरे देश को मुक्ति मिले.