भीलवाड़ा. विश्व व्यापी कोरोना जैसी महामारी का असर अब हर तरह के व्यापार पर दिखने लगा है. जहां राजस्थान रोडवेज भीलवाड़ा डिपो को भी प्रतिदिन लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है. पहले भीलवाड़ा डिपो से 96 बसें ही संचालित होती थी, लेकिन वर्तमान में 43 बसों का ही संचालन हो रहा है. वहीं गाइडलाइन की पालना के लिए बार-बार बस स्टैंड पर हाइपोक्लोराइड का छिड़काव किया जा रहा है.
देश में कोरोना के लेकर सबसे पहले हॉटस्पॉट बने भीलवाड़ा जिले में वर्तमान में भी कोरोना सक्रमितों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. कोरोना जैसी महामारी के चलते हर तरह की व्यापार ठप हो गए हैं. वहीं राजस्थान रोडवेज भीलवाड़ा डिपो को भी प्रतिदिन लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है.
भीलवाड़ा आगार रोडवेज डिपो के मुख्य प्रबंधक अनिल पारीक ने बताया कि कोरोना से पहले राजस्थान रोडवेज भीलवाड़ा डिपो में 96 रोडवेज बसों का संचालन होता था, लेकिन वर्तमान में 43 बसों का ही संचालन हो रहा है. उसमें भी 50 प्रतिशत यात्री भार है. पहले भीलवाड़ा डिपो में 12 से 13 लाख रुपए प्रतिदिन आमदनी होती थी, लेकिन वर्तमान में चार से साढ़े चार लाख रुपये की ही आमदनी हो रही है. प्रतिदिन 7 से 8 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है. यहां तक कि प्राइवेट सर्विस एजेंट की सेवाएं स्थगित कर दी हैं.
वहीं दूसरे राज्य में कोविड-19 नेगेटिव रिपोर्ट के चलते बसों का संचालन नहीं हो रहा है. पहले भीलवाड़ा बस स्टैंड से 30 मिनट के अंतराल में बस रवाना होती थी, लेकिन वर्तमान में 1 से डेढ़ घंटे के अंतराल में बस रवाना हो रही है. वहीं कोरोना गाइडलाइन की पालना के लिए प्रत्येक यात्री की थर्मल स्क्रीनिंग करवाई जा रही है. वहीं बस स्टैंड पर हाइपोक्लोराइड का बार-बार छिड़काव किया जा रहा है. साथ ही प्रत्येक बस को डिपो में आने से पहले से सैनिटाइज करने के बाद भी स्टैंड में प्रवेश दिया जा रहा है. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क की पालना के लिए 6 व्यक्तियों की ड्यूटी लगा रखी है.