भीलवाड़ा. विश्वव्यापी कोरोना जैसी महामारी का प्रकोप दिनों दिन बढ़ता जा रहा है, इससे कोई अछूता नहीं रह पाया है. लेकिन लोगों को जागरूक व सर्तक किया जा रहा है जिससे कोरोना से बचाव कर सकें. भीलवाड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ ने भी अनूठी पहल करते हुए कोरोना से जागरूक रहने के लिए जिले के पशु पालकों को सर्तक किया जा रहा है.
ईटीवी भारत की टीम भीलवाड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ परिसर में पहुंची, जहां दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ की एमडी आशा शर्मा ने बातचीत करते हुए कहा कि भीलवाड़ा डेयरी द्वारा कोरोना से लगे कर्फ्यू के दौरान जो महत्वपूर्ण कार्य किए हैं वह बहुत है.
हमारे तत्कालीन जिला कलेक्टर और भीलवाड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष व कांग्रेस विधायक रामलाल जाट के निर्देश पर हमने कर्फ्यू के दौरान घर-घर दूध सप्लाई किया. साथ ही जिले में एक भी दिन दुग्ध का संग्रहण बंद नहीं किया, जिससे पशुपालकों को कोई नुकसान नहीं हो.
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वर्तमान में हमारे दुग्ध संग्रहण केंद्र के सेक्रेटरी, बूथ एजेंट और ट्रासर्पोटर को मास्क दिए जा रहे हैं. हम जिले के हर बूथ स्तर पर पशुपालकों को प्रशिक्षण दे रहे हैं. जिससे पशुपालक कोरोना से जागरूक हो सकें. जिले में करीब 15,000 डेयरी में निर्मित मास्क वितरण किए हैं. हमारा उद्देश्य है कि कोरोना पर रोक लगे. जिससे यह संक्रमण आगे नहीं फैले क्योंकि पशुपालक ही जिले के किसानों की रीड की हड्डी है. जो दूध उत्पादन कर शहर भर में सप्लाई करते हैं. अब देखना यह होगा कि जिले के पशुपालक कोरोना से सर्तक होते हैं या नहीं.