भीलवाड़ा. जिला कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई के दौरान एक ऐसा मामला सामने आया जिसे सुनकर खुद जिला कलेक्टर आशीष मोदी भी हैरान रह गए. दरअसल जिला कलेक्टर के समक्ष एक 'मृत महिला' पहुंची और न्याय की गुहार (woman complaint to Bhilwara collector) लगाई. जी हां, मामला कुछ यूं है कि जमीन-जायदाद के लालच में उसके अपने ही परिवार के सदस्यों ने न केवल उस महिला का डेथ सर्टिफिकेट बनवा लिया, बल्कि उसके हिस्से की जमीन भी हड़प ली. जब पीड़ता को इसकी जानकारी हुई तो वह जनसुनवाई के दौरान जिला कलेक्टर के समक्ष पहुंची. महिला ने कहा कि साहेब हम जिंदा हैं, मरे नहीं. इस पर कलेक्टर में मामले की गहनता से जांच के आदेश दिए.
जिले की नर्बदा देवी टेलर ने बताया कि वह सन 2005 से दिल्ली में काम कर रहीं हैं. उनके पीठ पीछे पांचों भाई-बहनों ने मिलकर वर्ष 2008 में उसका डेथ सर्टिफिकेट बनवा लिया और उसके हिस्से की जमीन जायदाद भी हथिया ली. पीड़िता ने न्याय की गुहार लगाते हुए यह भी मांग की कि जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
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वहीं इस मामले को लेकर जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने तत्काल एक्शन लेते हुए मामले की जांच के आदेश दिए. कलेक्टर के आदेश के बाद नगर परिषद प्रशासन जागा और रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया. चंद घंटों में ही दस्तावेजों की जांच के बाद यह साफ हो गया की नगर परिषद की ओर से 2008 में जारी किया गया डेथ सार्टिफिकेट फर्जी है. मिलते-जुलते नाम के दस्तावेजों के जरिए परिवार के किसी सदस्य ने इस महिला और इनके पति के समान नाम की दूसरी महिला का डेथ सर्टिफिकेट बनवाकर जमीन हड़पने की नीयत से यह फ्रॉड किया. कलेक्टर आशीष मोदी ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर गहनता से जांच के निर्देश देने के साथ ही दोषियों के खिलाफ एक्शन लेने को भी कहा है.